दिल्ली : 24 घंटे में मिले 5664 नए मरीज, डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा - अभी और बिगड़ेंगे हालात

राजधानी दिल्ली में पिछले तीन दिनों से कोरोना के रिकॉर्ड मरीज मिल रहे है। दिल्ली में रविवार को 5,664 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 51 कोरोना पेशंट्स की मौत हुई है। 4159 मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस से 3,92,370 लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब तक कोरोना की चपेट में आने से 6,562 मरीजों की मौत हो चुकी है। अब भी 34,173 ऐक्टिव केस हैं।

हॉट-स्पॉट की संख्या में भी इजाफा

नए मरीजों के मिलने के साथ-साथ हॉट स्पॉट्स की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों मुताबिक कंटेंनमेंट जोनों की कुल संख्या 3158 हो चुकी है। पिछले दिन दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 24 घंटे में ही 45 इलाकों को कंटेंनमेंट किया जा चुका है। इससे ठीक एक दिन पहले 100 से ज्यादा इलाके कंटेंनमेंट जोन बने थे। वहीं अक्टूबर महीने में ही अब तक 588 हॉट स्पॉट्स चिह्नित हो चुके हैं। कोरोना की शुरुआत से अब तक दिल्ली में कुल 6657 कंटेंनमेंट जोन्स बनाए जा चुके हैं। कंटेंनमेंट जोन से जुड़े दिल्ली सरकार के 29 अक्टूबर के आंकड़े को देखें, तो इन कुल 6657 कंटेंनमेंट जोन में से अब तक 3610 कंटेंनमेंट जोन डी-कंटेन हो गए हैं। इसके अलावा 1177 कंटेंनमेंट जोन आने वाले दिनों में डी-कंटेन किए जा सकते हैं। गौरतलब है कि एक अगस्त को दिल्ली सरकार ने अपनी कंटेंनमेंट नीति में बदलाव किया था, जिसके बाद 716 पर पहुंच गई जो संख्या 496 रह गई थी।

दूसरी लहर एक बार फिर हुई तेज

दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से हर​ दिन 5 हजार से अधिक केस ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में इस बात को लेकर भी चर्चा जोरों पर हैं कि क्या देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहर आ चुकी है। इस बारे में एम्स (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने साफ इनकार कर दिया है। डॉ गुलेरिया का कहना है कि आप अभी के आंकड़ों को देखकर कोरोना की तीसरी लहर की बात नहीं कर सकते। हम ये कह सकते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर जो कमजोर हुई थी वो अब एक बार फिर तेज हो गई है।

गुलेरिया ने कहा कि अब लोग कोरोना को लेकर बेपरवाह होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी और कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और बाजारों में भी लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। त्योहार का सीजन आने के बाद से बाजार में भीड़ बढ़ चुकी है और लोगों को लगने लगा है कि कोरोना अब खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है।

गुलेरिया ने कहा कि हमें ये समझने की जरूरत है कि कोरोना अभी अपने आधे रास्ते में पहुंचा है। दिल्ली में जिस तरह से लोगों ने लापरवाही बरती है उसका नतीजा है कि कोरोना का पीक दिल्ली में एक बार फिर दिखाई देने लगा है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

गुलेरिया ने कहा कि ऐसा देखा गया है कि युवा ये मानकर बैठे हैं कि कोरोना उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। उन्हें अगर कोरोना होगा भी तो हल्का जुखाम या बुखार आएगा और वो ठीक हो जाएंगे। लेकिन वो इस बात को भूल रहे हैं कि वो ही घर के अंदर कोरोना ला रहे हैं जहां पर उनके बुजुर्ग माता-पिता रहते हैं। ऐसा नहीं है कि युवाओं में कोरोना के हल्के लक्षण ही रहते हैं। कोरोना अस्पतालों में कई युवाओं की हालत बेहद खराब है।

गुलेरिया ने इस बात पर भी जोर दिया कि ठंड बढ़ने के साथ ही कोरोना वायरस और खतरनाक होगा। उन्होंने बताया कि ठंड में वायरस हवा में ज्यादा देर तक रह सकेगा जिसके कारण संक्रमण की संभावना और भी ज्यादा बढ़ सकती है। एम्स डायरेक्टर ने माना कि प्रदूषण बढ़ने के साथ वायरस और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण और प्रदूषण दोनों से ही फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में हमें और ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है नहीं तो संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं।

गुलेरिया ने कहा कि ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग घरों में रहते हैं और एक साथ बैठना पसंद करते हैं, ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। वहीं प्रदूषण के कारण कोरोना का वायरस उसके साथ मिलकर ज्यादा समय तक हवा में रह सकता है जो एक खतरे की घंटी है। गुलेरिया ने कहा कि ठंड में कोरोना के संक्रमण से बचना है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाने की आदत और समय समय पर हाथ धुलने की आदत को अपनी जिंदगी में शामिल करना होगा। गुलेरिया ने कहा कि बुजुर्ग या पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग बाहर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि एयर क्वॉलिटी खराब होने से सेहत को नुकसान पहुंचेगा। बाहर तब जाएं जब धूप हो और जब भी बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं।

सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग

उधर, दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तुरन्त कोरोना संक्रमण को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को रविवार को लिखे एक पत्र में कहा है कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के समक्ष दिल्ली सरकार ने कहा है कि नवम्बर महीने में दिल्ली में प्रतिदिन कोरोना के मरीजों की संख्या करीब 12 हजार तक पहुंच जाएगी। उनके इलाज के लिए 20 हजार से ज्यादा बेड की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से प्रतिदिन करीब 5 हजार से अधिक कोरोना के मरीजों की पहचान हुई है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। लिहाजा यह जरूरी है कि सभी दलों की बैठक बुलाई जाए और सरकार बताए कि उसने इस महामारी की रोकथाम करने के लिए क्या तैयारी की है।

दिल्ली सकरार को बताना चाहिए कि उसके पास कितने बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर, आक्सीमीटर, पीपीई किट आदि उपलब्ध हैं। यदि आवश्यक हो तो इस मामले में केन्द्र सरकार की भी सहायता ली जा सकती है। केन्द्र सरकार ने पहले भी दिल्ली में कोरोना को काबू करने के लिए दिल्ली सरकार को हर संभव मदद दी थी। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार को राजधानी के छत्रसाल स्टेडिमयम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडिमय, शिवाजी स्टेडियम, अम्बेडकर स्टेडियम, इंदिरागांधी स्टेडियम आदि स्थानों पर बगैर कोई देरी किए अस्थायी अस्पतालों का निर्माण भी करना चाहिए।