दिल्ली / केजरीवाल की अपील- प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आएं लोग, सरकार की ओर से दी जाएगी सुविधा

दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश के मुखिया अरविंद केजरीवाल आए दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। जिसमें वे कोरोना के खिलाफ उठाए गए सरकार के कदमों के बारे में बताते है। इसी कड़ी में आज सोमवार को एक फिर केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस की। अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि अस्पतालों में अब मरीज़ों की संख्या कम हो रही है। जून तक जहां 100 में 35 लोग संक्रमित निकल रहे थे, वहीं अब 100 में 11 लोग ही संक्रमित निकल रहे हैं। बता दे, सोमवार को राजधानी में कोरोना के कुल केस का आंकड़ा एक लाख को पार कर जाएगा।

केजरीवाल ने कहा दिल्ली में अब रोज 20 से 24 हजार के बीच में टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते हमने कोरोना प्लाज्मा बैंक शुरु की थी। चार पांच दिन में इसकी काफी डिमांड काफी ज्यादा है। हालांकि, इसे डोनेट करने वालों की संख्या कम है। अगर डोनेट करने वालों की संख्या नहीं बढ़ी तो प्लाज्मा का स्टॉक खत्म हो जाएगा। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आएं। सीएम केजरीवाल ने लोगों को यह भी याद दिलाया कि प्लाज्मा डोनेट करने वालों को सरकार हर सुविधा देने को तैयार है। अगर किसी शख्स को प्लाज्मा डोनेट करना है तो वह सरकार को बताए। उस शख्स को ILBS हॉस्पिटल पहुंचाने का सारा जिम्मा सरकार उठाएगी। सरकार प्लाज्मा दान करने वाले के घर तक टैक्सी भेजेगी, ताकि वह आसानी से ILBS अस्पताल पहुंच सके। यह प्लाज्मा बैंक नॉन कोविड अस्पाल में बनाए गए हैं। ऐसे में लोगों को डरने की जरूरत नहीं है कि उन्हें संक्रमण होगा।

इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख से ज्यादा हो गई है। हालांकि, चिंता की बात नहीं है क्योंकि 72 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं। दिल्ली में करीब 25000 एक्टिव केस हैं जिनमें से 15000 लोगों का इलाज घर पर किया जा रहा है। अस्पतालों से लोग अब ठीक होकर घर जा रहे हैं। पहले की तुलना में मौतों की संख्या भी काफी कम हुई है। कोरोना मरीज़ अब घरों में ही ठीक हो रहे हैं। हम सब मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। कोरोना से होने वाली मौत कम हुई हैं।

केजरीवाल ने कहा सोमवार को दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 1000वां मरीज स्वस्थ्य हुआ। उसे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में डिस्चार्ज किया जाएगा। मार्च में संक्रमण फैलने के बाद से ही यहां पर कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। शुरूआत में यहां सिर्फ 500 बेड थे लेकिन दिल्ली में मामले बढ़ने के साथ ही दिल्ली के दो अन्य अस्पतालों के साथ यहां भी बेड की संख्या बढ़ाई गई।

दिल्ली सरकार ने राज्य के अस्पतालों के प्रमुखों को एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जितने भी मरीज हाई रिस्क जोन में हैं, उनका कोरोना का रैपिड एंटीजन डिटेक्शन टेस्ट किया जाए।जिन मरीजों में संक्रमण के लक्षण हैं, जो मरीजों के निर्धारण के लिए बनाए गए दायरे में आते हैं, उनकी जांच हो। कीमोथैरेपी, एचआईवी पॉजिटिव, ट्रांसप्लांट जैसी दिक्कतों वाले मरीजों के साथ ही बुजुर्गों की भी जांच हो।