दिल्ली अनाज मंडी अग्निकांड: फैक्ट्री मालिक की तलाश, हिरासत में बिल्डिंग मालिक का भाई, केजरीवाल सरकार बोली- दोषियों को बख्‍शेंगे नहीं

दिल्ली के रानी झांसी रोड (Rani Jhansi Road) स्थित अनाज मंडी अग्निकांड 43 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए है। अग्निकांड के शिकार हुए लोगों को एलएनजेपी, सफदरजंग, हिंदूराव और आरएमएल अस्पतालों में पहुंचाया गया है। कहा जा रहा है कि इन अस्पतालों का बर्न वॉर्ड घटना के शिकार लोगों से भर चुका है। इनके इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से भी डॉक्टरों को बुलाया गया है। एलएनजेपी, सफदरजंग समेत चार अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है।

वही, बिल्डिंग मालिक के भाई को हिरासत में ले लिया गया है। डीसीपी नार्थ के मुताबिक, 'बिल्डिंग का मालिक दिल्ली के सदर बाजार का रहने वाला है। पुलिस ने बिल्डिंग के मालिक के भाई को हिरासत में ले लिया है। हालांकि फैक्ट्री के मालिक की तलाश में जारी है।' कहा जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी।

आग की इस घटना में कई लोगों की मौत झुलसने से हुई तो वहीं कई लोगों ने धुएं में दम घुटने की वजह से दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंचे डेप्युटी चीफ फायर ऑफिसर ने बताया कि उन्हें जब आग लगने की जानकारी दी गई तो सिर्फ यह बताया गया था कि एक बिल्डिंग में आग लग गई है, यह नहीं बताया गया कि वहां लोग फंसे हैं। डेप्युटी फायर चीफ सुनील चौधरी ने बताया, '600 स्क्वैयर फीट के प्लॉट में आग लगी। यहां अंदर से बेहद अंधेरा है। यहां फैक्ट्री है जहां स्कूल बैग, बोतलें और कई अन्य सामान रखे गए थे।' उन्होंने कहा कि रिहाइशी इलाके में अवैध तरीके से फैक्ट्री चल रही थी। उन्होंने कहा कि जब दमकल टीम मौके पर पहुंचीं तो कमरों के अंदर से बचाओ-बचाओ की चीखें आ रही थीं। जब कमरों के दरवाजे खोले गए तो कुछ लोग अंदर से निकल सके। मारे जाने वाले लोगों में ज्यादातर बिहार के बेगुसराय, समस्तीपुर जैसे जिलों से हैं। वहीं, कुछ मृतक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बताए जा रहे हैं।

इस घटना के बाद से इलाके में काफी हड़कंप मच गया और रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है। घटना को लेकर फायर ऑफिसर का कहना है कि यह दिल्ली का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है। दिल्ली फायर सर्विस के चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया, 'कई लोगों का रेस्क्यू किया गया है। ज्यादातार लोग दम घुटने की वजह से प्रभावित हुए। मेरी जानकारी में ये दिल्ली का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है।'

चीफ फायर ऑफिसर के मुताबिक, 50 से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है, उनमें से ज्यादातर लोगों की जान बच जाएगी। हालांकि, जिन्हें निकालने में देर हो गई, उनके बचने की उम्मीद काफी कम है क्योंकि धुआं इतना गहरा गया था कि दम घुटने की आशंका बहुत ज्यादा है।

जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी


वही, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि बचाव अभियान चल रहा है। फायरमैन अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं। घायलों को अस्पतालों में ले जाया जा रहा है, जबकि दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन ने कहा है कि यह घटना (अग्निकांड) बहुत ही दुखद है। इसकी जांच की जाएगी और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।