मध्य प्रदेश में घटता संक्रमण, किसी भी जिले की पॉजिटिविटी दर 5% से अधिक नहीं

मध्य प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात अब सुधरने लगे है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश के 3 जिलों अलीराजपुर, झाबुआ और कटनी में कोरोना का कोई नया केस नहीं आया है। चार जिलों भिंड, मंडला, सिंगरौली और टीकमगढ़ में केवल एक-एक नए केस मिला है। प्रदेश के 3 जिलों इंदौर, भोपाल तथा जबलपुर में ही कोरोना के 20 से अधिक नए केस आए हैं। इंदौर में 287, भोपाल में 183, जबलपुर में 71 केस आए हैं। बता दे, पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 846 नए केस सामने आए हैं। जबकि, 3746 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसके बाद एमपी में इलाज करा रहे मरीजों की कुल संख्या घटकर 14 हजार 186 हो गई है।


प्रदेश की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी दर 1.7% और आज की पॉजिटिविटी दर 1.1% है। वहीं, प्रदेश के 30 जिलों में साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1% से कम है।

22 जिलों में साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी दर 1% से 5% तक है।

सभी 52 जिलों की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी दर 5% से कम है।

इंदौर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 4.9%, भोपाल की 3.8%, जबलपुर की 1.8%, ग्वालियर की 1.4% तथा रतलाम की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 2.1% है।

कोई भी जिला रेड जों में नहीं

संक्रमण के लिहाज से अब प्रदेश का कोई भी जिला रेड जोन में नहीं है। किसी भी जिले की पॉजिटिविटी दर 5% से अधिक नहीं है। सीएम शिवराज ने कहा है कि प्रदेश कोरोना संक्रमण से तेजी से बाहर निकल रहा है। जल्द ही प्रदेश को पूरी तरह से कोरोना संक्रमण मुक्त किए जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

वैक्सीनेशन को लेकर सरकार का बड़ा फैसला

मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी संभावित लहर से पहले वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने फैसला लिया है कि जिन पैरेंट्स के बच्चे 12 साल या उससे कम उम्र के है उनको प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है, लेकिन तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। हमने तीसरी लहर के मुकाबले के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। अभी भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है ऐसे में हमने फैसला लिया है कि जिन माता-पिता के बच्चों की उम्र 12 साल से कम है उनको टीकाकरण में हम प्राथमिकता देंगे। अगर किसी बच्चे को संक्रमण हुआ तो उसके साथ माता या पिता का रहना बेहद जरुरी हो जाता है। इसलिए उनका टीकाकरण हो जाएगा तो वह संक्रमण से मुक्त रहेंगे और अपने बच्चों की सही देखभाल कर सकेंगे।