बिहार के बक्सर में दयनीय स्थिति, नहीं थम रही चिता की आग, गंगा में फेंक रहे शवों को

बिहार के बक्सर जिले में इंसानियत को शर्मशार करने वाली एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने लोगों का दिल दहला दिया है। चरित्रवन और चौसा श्मशान घाट पर दिन-रात चिताएं जल रही हैं। कब्रिस्तानों में भी भीड़ लगी रहती है। पहले जहां चौसा श्मशान घाट पर प्रतिदिन दो से पांच चिताएं जलती थीं, वहीं अब 40 से 50 चिताएं जलाई जा रही हैं। बक्सर में यह आंकड़ा औसतन 90 है। हालात यह हो गए है कि सोमवार को चरित्रवन में शवदाह की जगह नहीं बची। बताया जा रहा है कि गांवों में पिछले एक-डेढ़ महीने से मौतें अचानक बढ़ गई हैं। मरने वाले सभी खांसी-बुखार से पीड़ित थे। इतना ही नहीं चौसा श्मशान घाट पर आने वाले अधिकतर शवों को गंगा में फेंक दिया जा रहा है। इनमें से सैकड़ों शव किनारे पर सड़ रहे हैं।

भास्कर की खबर के अनुसार चरित्रवन श्मशान घाट पर दिन-रात चिताएं जल रही हैं। यहां एक बार में 10 से अधिक शवदाह हो रहे हैं। चौसा में भी यही हाल हैं। रविवार को बक्सर में 76 शव सरकारी आंकड़ों में दर्ज हुए, जबकि 100 से अधिक लोगों का दाह-संस्कार किया गया। रोजाना 20 से अधिक लोग शमशान घाट में रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराते हैं। चौसा में भी 25 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें सात को जलाया गया तो वहीं 16 शवों का नदी में बहा दिया गया।