कर डाली अपने ही बेटी-दामाद की हत्या, गैर बिरादरी में शादी से नाराज थे परिजन, पिता-पुत्र गिरफ्तार

ऑनर किलिंग के मामले आपने कई सुने होंगे जहां अपनी खोखली प्रतिष्ठा के लिए लोग अपराध का दामन थाम लेते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तराखंड के काशीपुर में जहां गैर बिरादरी में शादी से परिजन नाराज थे और पिता ने अपने ही बेटी-दामाद की हत्या कर दी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी पिता और बेटे को गिरफ्तार किया गया हैं और उन्होंने इस बात को स्वीकार किया हैं कि समाज में बदनामी के चलते उन्होनें यह कदम उठाया। अभी भी दो आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त असलहे बरामद करने का प्रयास कर रही है।

मोहल्ला अल्ली खां निवासी मुज्जमिल की बेटी नाजिया (18) का पड़ोस में रहने वाले राशिद (22) पुत्र कमरूद्दीन के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। पांच माह पूर्व दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली थी। गैर बिरादरी के युवक के साथ शादी करना नाजिया के परिजनों को गवारा नहीं हुआ।

15 दिन पूर्व दोनों लौट आए और वहीं किराए के मकान में रहने लगे। सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे नाजिया और राशिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले में मृतक राशिद के भाई नईम की तहरीर पर पुलिस ने नाजिया के पिता मुज्जमिल, भाई मोहसिन, मामा अफसर अली व जौहर अली पर केस दर्ज किया था। पुलिस ने मौके से 315 बोर के दो खोखे बरामद किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों को दो-दो गोलियां लगने की पुष्टि हुई।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और एसओजी की टीमों ने अकबराबाद (रामपुर) और शरीफनगर (मुरादाबाद) में दबिशें दीं। बुधवार को एक सूचना के आधार पर प्रभारी कोतवाल सतीश कापड़ी के नेतृत्व में टीम ने दढ़ियाल रोड स्थित लोहिया पुल के पास से हत्यारोपी मुज्जमिल और उसके बेटे मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपियों ने नाजिया के कृत्य से पारिवारिक बदनामी होने की बात कही। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में बांसफोड़ान चौकी प्रभारी रवींद्र सिंह बिष्ट, राजू पुरी, वीरेंद्र कुमार और राजेंद्र प्रसाद शामिल थे।

प्रभारी कोतवाल ने बताया कि हत्यारोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस हत्याकांड में नामजद दो अन्य आरोपी अफसर अली और जौहर अली अभी पुलिस के हत्थे नही चढ़ सके हैं।