उधमपुर। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में सोमवार को आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ के एक अधिकारी शहीद हो गए।
सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ सीआरपीएफ बटालियन की आगे की तैनाती के लिए तैयार की जा रही चौकी की प्रगति की जांच करने गए थे। इस दौरान आतंकवादियों ने उन पर घात लगाकर हमला कर दिया।
सूत्रों ने पुष्टि की कि सीआरपीएफ अधिकारी को दुश्मन की गोली लगी और वह कार्रवाई में शहीद हो गए।
यह चौकी उधमपुर के डुडू इलाके में पुलिस चौकी से करीब आठ किलोमीटर दूर है। यह चौकी जम्मू के पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी नए कदमों के तहत स्थापित की जा रही थी।
जम्मू क्षेत्र में हाल के महीनों में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। जुलाई में डोडा जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मी और एक पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक छाया समूह 'कश्मीर टाइगर्स' ने ली थी।
8 जुलाई को कठुआ जिले में एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी सड़क पर सेना के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में एक जूनियर कमीशन अधिकारी सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए और इतने ही घायल हो गए।
6 जुलाई को कुलगाम जिले में दो मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने छह आतंकवादियों को मार गिराया। अलग-अलग मुठभेड़ों के दौरान दो सैनिकों की जान चली गई।