देशभर में बढ़े कोरोना के मरीज, संक्रमितों की संख्या 2500 के पार, तब्‍लीगी जमात से जुड़े मामलों का केंद्र बनी दिल्‍ली

देशभर में कोराना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच तब्‍लीगी जमात इसके एक बड़े सोर्स के रूप में सामने आया है। दिल्‍ली इसका केंद्र बनती जा रही है, जहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 141 नए मामले सामने आए। इनमें 129 मरकज से जुड़े हैं। दिल्ली में मामले बढ़कर 293 तक पहुंच गई है। जिनमें 182 तब्‍लीगी जमात से जुड़े हैं। वहीं, देशभर में बीते 24 घंटों के दौरान 458 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यहां संक्रमित लोगों की संख्‍या बढ़कर 2517 हो गई है, जबकि 70 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो गई है।

देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच तब्‍लीगी जमात पर उंगली उठ रही है। निजामुद्दीन मरकज से बीते तीन दिनों में बाहर निकाले गए लोगों द्वारा अस्पतालों और क्‍वारंटीन सेंटर्स में डॉक्‍टर व कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की खबरें भी सामने आ रही हैं।

तमिलनाडु में सबसे अधिक मामले

इस बीच स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने भी देश में कोरोना के मामलों में अचानक हुई बढ़ोतरी का ठीकरा तब्‍लीगी जमात पर फोड़ा है और कहा कि देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के जो मामले आए हैं, उनमें 400 से अधिक निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक, विभिन्‍न राज्‍यों व केंद्र शासित क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण के जो मामले सामने आए हैं, उनमें 400 से अधिक तब्‍लीगी जमात से जुड़े हैं। इनमें सबसे अधिक मामले तमिलनाडु से सामने आए हैं, जहां संक्रमण के कुल 309 मामलों से 264 ऐसे लोग हैं, जिन्‍होंने बीते माह निजामुद्दीन मरकज में तब्‍लीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्‍सा लिया था। तमिलनाडु में गुरुवार को 75 नए मामले सामने आए, जिनमें से 74 ऐसे हैं, जो निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे।

अन्‍य राज्‍यों से भी सामने आए मामले

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में तब्‍लीगी जमात से जुड़े कोरोना वायरस के जो मामले सामने आए हैं, उनमें सबसे अधिक तमिलनाडु और दिल्‍ली से सामने आ रहे हैं। राजस्‍थान (13), अंडमान एवं निकोबार (9), पुडुचेरी (2), जम्‍मू कश्‍मीर (22), तेलंगाना (33), आंध्र प्रदेश (67), असम (16) से भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जो तबलीगी जमात से जुड़े हैं। कई अन्‍य लोगों की भी जांच की जा रही है, जिसके बाद संक्रमित लोगों की संख्‍या में और इजाफा हो सकता है। इस मामले में तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम 1897, के तहत एफआईआर भी दर्ज की गई है।