कोसोवो : कोरोना का ऐसा असर कि बिक ही नहीं रहे अखबार

कोरोना महामारी ने लोगों को स्वास्थ्य के साथ ही आर्थिक रूप से भी परेशान किया हैं। कई लोगों के कोरोना की वजह से रोजगार छीन गए हैं। इसका असर रोज पढ़े जाने वाले अखबार पर भी पड़ा हैं क्योंकि लोगों का रूख अखबारों के ऑनलाइन वर्जन की ओर बढ़ता जा रहा हैं। यूरोपीय देश कोसोवो पर कोरोना का ऐसा असर रहा कि अखबार बिकने ही बंद हो गए। कोरोना के चलते कोसोवो की राजधानी प्रिस्टीना में रोजाना के दैनिक समाचार पत्र बिकने बंद हो गए है? जब से महामारी का दौर शुरू हुआ है तब से अखबारों के ऑनलाइन वर्जन शुरू हो गए हैं। धीरे-धीरे अखबार की प्रतियां बाजारों से हटती जा रही हैं।

कोसोवो के सबसे मशहूर अखबार कोहा डिटोर के पिछले वर्ष मार्च तक पांच दैनिक अखबार हुआ करते थे। इनका सर्कुलेशन भले ही छोटा हो लेकिन एक दिन में इसकी 10 हजार प्रतियां बिकती थीं। कोहा के प्रधान संपादक अग्रोण बजरमी के मुताबिक, बुजुर्ग अभी भी अखबार पढ़ना पसंद करते हैं। लेकिन महामारी के दौर में इसे पत्रों पर छपवाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, महामारी के दौर में अखबार भी कठिन संघर्ष का सामना कर रहा है। महामारी की शुरुआत के बाद से ही समाचार पत्रों की प्रतियों की बिक्री में गिरावट आना शुरू हुआ है। अधिक समाचार पत्र ऑनलाइन संस्करण को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।