टीकाकरण को लेकर आपके मन में उठ रहे सभी सवालों के जवाब; कब, कहां, कैसे? जानें सबकुछ

देश में आज पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 (Covid-19) के टीके की खुराक दिए जाने के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी। आज सुबह 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शुभारंभ करेंगे। सभी 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) की 3006 साइट्स पर एकसाथ यह कार्यक्रम चलाया जाएगा। पहले फेज में हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण होगा। ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ की 1.65 करोड़ खुराकों में से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के हिसाब से टीकों का आवंटन कर दिया गया है। कोरोना वैक्सीनेशन अभियान से पहले लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे है उनमे से कुछ सवालों के जवाब हम आपके लिए लेकर आए है...

सबसे पहले किन लोगों को टीका लगेगा?

आज से शुरू हो रहे पहले फेज में एक करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके फ्री में लगाए जाएंगे। हेल्थकेयर कर्मचारियों में डॉक्टर, नर्सेस, ANM जैसे स्वास्थ्य कामों से जुड़े लोग हैं। वहीं, फ्रंटलाइन कर्मचारियों में स्वच्छता कर्मचारी, पुलिस, होमगार्ड के जवान और सेना के जवान शामिल हैं।

दूसरे फेज में अगस्त तक 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इस तरह हाईरिस्क वाले करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा।

कौन सा वैक्सीन लगेगा?

सरकार ने 3 जनवरी को दो वैक्सीन को मंजूरी दी है।

पहली कोवैक्सिन - यह स्वदेशी वैक्सीन है, जिसे हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ बनाया है।

दूसरी कोवीशील्ड - इसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। पुणे का सीरम इंस्टीट्यूट (SII) इसे बना रहा है। वैक्सीनेशन में शामिल लोगों को अभी अपनी मर्जी की वैक्सीन लगवाने का ऑप्शन नहीं मिलेगा।

वैक्सीनेशन कैसे चलेगा?

भारत की आबादी करीब 130 करोड़ है। हमें इतने बड़े देश में चुनाव कराने का अनुभव है, लिहाजा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी इसी तर्ज पर चलेगा। गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग से लोकसभा और विधानसभा चुनाव क्षेत्रों की ताजा लिस्ट शेयर करने का आग्रह किया है, ताकि प्रायोरिटी के आधार पर लोगों का पता लगाया जा सके।

कितने बजे वैक्सीनेशन शुरू होगा? किस उम्र के लोग वैक्सीनेट हो सकेंगे?

वैक्सीनेशन सेशन 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। जो लोग 5 बजे तक आ जाएंगे, उन्हें उसी दिन टीका लगेगा, भले ही उन्हें कुछ देर रुकना पड़े। हर साइट पर 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को टीका लगेगा। साइट पर मौजूद कर्मचारियों के पास लाभार्थियों की 3 हार्ड कॉपी होंगी। वैक्सीन लेने वालों के नाम Co-WIN ऐप पर भी अपलोड होंगे। शनिवार को वैक्सीन लेने वालों के नाम तीन दिन पहले ही चढ़ा दिए गए हैं।

क्या कोई व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग के साथ पंजीकरण के बिना वैक्सीन ले सकता है?

नहीं, लाभार्थी को टीकाकरण के लिए पंजीकरणकराना अनिवार्य है। इसके बाद पंजीकरण स्थल पर जाने और समय की जानकारी साझा की जाएगी।

टीकाकरण के पंजीकरण के लिए कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?

वैक्सीन लगाने के लिए लोंगों को मतदान की तरह अपना कोई भी पहचान पत्र दिखाना होगा। इन पहचान पत्रों में आधारकार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट के साथ-साथ मनरेगा का जॉबकार्ड और बैंक या पोस्ट आफिस का फोटो लगा पासबुक तक शामिल हैं।

क्या अभी वैक्सीन मुफ्त में लगेगी?


पहले फेज में वैक्सीन फ्री में लगेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि 3 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन का खर्च सरकार उठाएगी।

सरकार ने कितनी वैक्सीन खरीदी हैं?

1.65 करोड़। कोवीशील्ड की 1.1 करोड़ और कोवैक्सिन की 55 लाख डोज खरीदी गई हैं। 28 दिन में (14 दिन के अंतर से) हर व्यक्ति को दो डोज दी जाएंगी।

देशभर में किस तरह से वैक्सीन पहुंचाई गईं?

इसके लिए राज्यों में मुख्य रूप से संक्रमण की स्थिति देखी गई। जिन राज्यों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, मसलन केरल और महाराष्ट्र, तो यहां ज्यादा वैक्सीन दी गई। किस जिले में कितनी वैक्सीन देनी है, इसका फैसला राज्य करेंगे।

वैक्सीनेशन के लिए क्या करना होगा? वैक्सीनेशन के बाद क्या होगा?

वैक्सीन लगवाने के लिए Co-WIN ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। ऐप वैक्सीन के स्टोरेज से लेकर हेल्थ सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल या वैक्सीनेशन सेंटर तक के सफर को ट्रैक करेगा। अगर कहीं स्टॉक खत्म हो रहा है तो ऐप नोटिफिकेशन भेजेगा। ऐप के जरिए लोग शेड्यूल, लोकेशन और यहां तक कि वैक्सीन कौन लगाएगा, इसे भी पता कर पाएंगे। वैक्सीन लगने पर सर्टिफिकेट भी मिलेगा। यह ऐप पर ही आएगा।

क्या कोरोना वायरस से ठीक हुए व्यक्ति को टीका लगवाना जरूरी है?

हां, कोरोना संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति को भी टीका लगवाने की जरूरत है। कोरोना वैक्सीन बीमारी के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद करता है।

कोरोना वैकसीन के संभावित साइड इफेक्ट क्या हैं?

हल्का बुखार और दर्द कोरोना वैक्सीन का आम साइड इफेक्ट है, जो टीका लगने के बाद कुछ लोगों में दिखाई दे सकता है।

वैक्सीनेशन की तैयारी कैसे की?

टीकाकरण अभियान शुरू करने से पहले इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए पूरे देश में ड्राई रन का आयोजन हुआ। कोरोना महामारी और वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारी के लिए सरकार ने 24x7 कॉल सेंटर बनाया है। 1075 पर कॉल करके आप कोई भी जानकारी ले सकते हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को देश के टीकाकरण अभियान को 'कोरोना के अंत की शुरुआत' बताया। उन्होंने लोगों से स्वदेशी वैक्सीन पर भरोसा करने का भी आग्रह किया और कहा कि सरकार ने उचित वैज्ञानिक जांच के बाद आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है।