अमेरिका की 6 यूनिवर्सिटी के 200 छात्र कोरोना संक्रमित, 2 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चे क्वारैंटाइन

अमेरिका की 6 यूनिवर्सिटी में 200 से ज्यादा स्टूडेंट्स संक्रमित पाए गए हैं। यूएसए के पांच राज्यों के स्कूलों के 2000 से ज्यादा बच्चों को क्वारैंटाइन किया गया है। यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा में सबसे ज्यादा 175 स्टूडेंट संक्रमित मिले हैं। दूसरे नंबर पर यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रेडेम है, जिसके 80 से ज्यादा स्टूडेंट्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जॉर्जिया के चेरोकी काउंटी स्कूल के सबसे ज्यादा 1100 बच्चों को क्वारैंटाइन किया गया है। अमेरिका में 3 अगस्त को स्कूल और कॉलेज दोबारा खोलने की इजाजत दी गई थी।

बता दे, अमेरिका में 5,481,557 लोग कोरोना संक्रमित हो गए है वहीं, 1.71 लाख मरीजों की मौत भी हुई है। उधर, दक्षिण अफ्रीका में अमेरिका की ओर से तैयार किए जा रहे वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जल्द शुरू होगा। अमेरिकी कंपनी बायोटेक की इस वैक्सीन का नाम नोवावैक्स है। इसके डोज 2900 से ज्यादा वॉलंटियर्स को दिए जाएंगे। कंपनी ने इसे सार्स कोव-2 के जेनेटिक सीक्वेंस की मदद से तैयार किया है। साउथ अफ्रीका में अब तक 5 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 12 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं।

हर्ड इम्यूनिटी के दावे गलत

वहीं, कोरोना वायरस महामारी को लेकर कई देश दावा कर रहे है कि वहां संक्रमण के कारण लोगों में हर्ड इम्यूनिटी (सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता) का विकास हो गया है। लेकिन, मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन सभी दावों को खारिज करते हुए कहा कि फिलहाल दुनिया के किसी देश में भी कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के खिलाफ हर्ड इम्यूनिटी (Herd immunity) उत्पन्न नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अमरीका में कोरोना संक्रमण के मामले एक करोड़ 15 लाख तक पहुंचने की आंशका है और इतना ही नहीं इस दौरान चार लाख लोगों की मौत की आशंका भी है। संगठन से स्पष्ट कर दिया कि हालत अब भी बुरे हैं और कोई भी देश ऐसा नहीं, जहां हर्ड इम्यूनिटी उत्पन्न होने जैसी स्थिति नज़र आई हो। इसके आलावा WHO ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि 20 से लेकर 40 साल के युवा कोरोना का संक्रमण दुनिया भर में फैला रहे हैं, उन्हें सतर्कता बरतने की जरूरत है।