दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना संक्रमण फैलने से उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में कोहराम मच गया है। इन सभी जिलों में में अलर्ट है। कई शहरों की मस्जिदों में पनाह लेने वाले जमातियों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है। हालांकि यूपी सरकार ने दावा किया है कि मरकज की जमात में शामिल हुए 95% लोगों की पहचान कर ली गई है। कोरोना का एपीसेंटर बन चुके तबलीगी जमात के मरकज में उत्तर प्रदेश के 169 जमाती शामिल थे। यूपी में इनकी खोजबीन जारी है, लेकिन सबसे बड़ा सिरदर्द ये पता लगाना है कि ये जमाती अबतक कितने लोगों से मिलकर कोरोना का खतरा बढ़ा चुके हैं। आगरा, प्रयागराज, शामली, कानपुर और जौनपुर जिलों पुलिस और प्रशासन मरकज के जुड़े तबलीगी जमात के लोगों की खोजबीन में जुटा है।
जौनपुर (Jaunpur) में 50 क्वारनटीनपूर्वी यूपी के जौनपुर में निजामुद्दीन के मरकज से आने वाले 50 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। इनमें 14 बांग्लादेशी और 3 उनके गाइड हैं। यहां पर 17 लोगों के खिलाफ विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जमात का हिस्सा रहे सभी बांग्लादेशी जौनपुर के सरायख्वाजा थाने के लाल दरवाजा मोहल्ले में रह रहे थे।
आगरा (Agra) में 89 लोग क्वारनटीनताज नगरी आगरा
(Agra) में मरकज के जमातियों ने अड्डा बनाया था। जमात में शामिल 89 लोग शहर की 8 मस्जिदों में ठहरे हुए थे। इन्हें सिकंदरा इलाके के एक होटल में क्वारंटीन किया गया है। इनमें दिल्ली और मध्यप्रदेश के 13-13 जमाती हैं, जबकी बाकी आगरा के ही रहने वाले हैं। प्रशासन ने कोरोना जांच के लिए सभी के सैंपल लिए हैं। उनकी ट्रैवेल हिस्ट्री खंगाली जा रही है ताकि इनसे मिलने जुलने वालों को फौरन क्वारंटीन किया जा सके।
प्रयागराज (Prayagraj) में 46 लोग क्वारनटीनप्रयागराज
(Prayagraj) के अब्दुल्ला मस्जिद पर जब पुलिस ने यहां छापा मारा तो स्टेशन के पास बनी इस मस्जिद में 9 मौलाना पनाह लिए मिले। इनमें 7 इंडोनेशिया, एक केरल और एक पश्चिम बंगाल का है। जमात में हिस्सा लेने के बाद 22 मार्च को प्रयागराज पहुंचे थे। इनके संपर्क में आने वाले 37 लोगों को क्वारंटीन किया गया है।
शामली (Shamli) में 57 लोग क्वारनटीनशामली
(Shamli) कस्बे में 200 के करीब जमातियों के मौजूद होने की खबर से प्रशासन में हड़कंप मचा है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने 57 जमातियों की पहचान की है, जिन्होंने निजामुद्दीन के मरकज का दौरा किया था। हालांकि अभी तक किसी में कोरना के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है।
कानपुर (Kanpur) में 11 लोग क्वारनटीनकानपुर
(Kanpur) में भी मरकज से आए जमातियों की खोजबीन जारी है। 11 लोगों को हैलट अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है, जिनमें 8 विदेशी और तीन भारतीय हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जमातियों की तलाश की जा रही है। साथ ही इनके संपर्क में आए लोगों को भी खोजा रहा है।
बिजनौर (Bijnor) में 8 इंडोनेशियाई लोगों को क्वारंटाइनबिजनौर के एसपी रूरल संजय सिंह का कहना है कि नगीना इलाके की एक मस्जिद से 8 इंडोनेशियाई लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। ये लोग तबलीगी जमात की मरकज में शामिल हुए थे। बिजनौर के एसपी ने बताया, 'ये लोग नगीना की जामुन वाली मस्जिद में रुके हुए थे। ये लोग पहले दिल्ली रुके हुए थे, वहां से बिजनौर आए थे। ये सभी इंडोनेशिया के नागरिक हैं। ये सभी बांग्लादेश के रास्ते ओडिशा पहुंचे और वहां से दिल्ली पहुंचे थे। 21 मार्च को ये लोग नगीना वाली मस्जिद आ गए थे। इनके साथ एक ट्रांसलेटर भी साथ थे। मस्जिद के मौलवी और अन्य लोगों सहित पांच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।'
बता दे, अख़बार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार तबलीग़ी जमात के कार्यक्रम में देश-विदेश से क़रीब 4,000 लोग आए थे। कोरोना वायरस के चलते मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है। सरकार और स्थानीय प्रशासन कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को तलाशने के काम में लगी हुई है ताकि सभी का कोरोना वायरस टेस्ट कराया जा सके।
देश के अलग-अलग राज्यों से मरकज में आए लोगों की संख्याअंडमान- 21
असम - 216
बिहार - 86
हरियाणा- 22
हिमाचल- 15
हैदराबाद- 55
कर्नाटक- 45
केरल- 15
महाराष्ट्र- 109
मेघालय- 5
मध्य प्रदेश- 107
ओडिशा- 15
पंजाब- 9
राजस्थान- 19
रांची- 46
तमिलनाडु- 501
उत्तराखंड- 34
उत्तर प्रदेश- 156
पश्चिम बंगाल- 73
विदेश से मरकज में आने वाले लोगइंडोनेशिया- 72
थाईलैंड- 71
श्रीलंका- 34
म्यांमार- 33
कीर्गिस्तान- 28
मलेशिया- 20
नेपाल- 19
बांग्लादेश- 19
फिजी- 4
इंग्लैंड- 3
कुवैत- 2
फ्रांस- 1
सिंगापुर- 1
अल्जीरिया- 1
जीबौती- 1
अफगानिस्तान- 1