बिहार : कोरोना के एक मरीज ने 4 को किया संक्रमित, अस्पताल का वार्ड ब्वॉय और लैब टेक्निशियन शामिल

बिहार में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत 21 मार्च को हो गई थी। लेकिन मौत से पहले उसने अपने परिवार के 2 सदस्यों को संक्रमित कर दिया था। इतना ही नहीं पटना में निजी तौर पर संचालित शरणम अस्पताल जहां उसका इलाज चल रहा था वहां भी दो कर्मचारियों को वायरस से संक्रमित कर दिया। इसमें एक वार्ड ब्वॉय था और दूसरा लैब टेक्निशियन। सबसे बुरी बात ये है कि दोनों ने गैर जिम्मेदाराना व्यवहार निभाते हुए बहुत से लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया। लैब टेक्निशियन विभिन्न स्थानों पर 50 लोगों के संपर्क में आया। इसके अलावा वार्ड व्बॉय ने पटना में एक शादी में शिरकत की जिसमें कम से कम 80 लोग शामिल हुए थे। जिसके बाद अब तक 110 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। जिसमें से 44 पटना और 66 मुंगेर से हैं। इसके अलावा अन्य लोगों की पहचान करने और उन पर नजर रखने की कोशिश की जा रही है जो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए हैं।

जिन लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है, उनमें शरणम अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। हालांकि यहां अभी कोई मामला सामने नहीं आया है। पहला मरीज कतर में कोरोना वायरस की चपेट में आया था। उसकी 21 मार्च को पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मौत हो गई।

पटना के सरकारी अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि यह मामला सामाजिक प्रसार का है और जिसने कई लोगों को डरा रखा है। जिस व्यक्ति की मौत हुई उसे सबसे पहले मुंगेर के एक निजी अस्पताल और बाद में पटना के शरणम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी तबियत बहुत ज्यादा खराब होने के बाद उसे 20 मार्च को पटना एम्स लाया गया था। वह किडनी की बिमारी से पीड़ित था इसलिए एम्स ने उसे डायलिसिस पर रखा। एम्स के डॉक्टरों ने पाया कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। चूंकि वह विदेश यात्रा कर चुका था इसलिए उसके नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया। जो पॉजिटिव निकले, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।