दुनिया में कोरोना वायरस से अब तक एक लाख 84 हजार 217 लोगों की मौत हो चुकी है। 26 लाख 37 हजार 673 संक्रमित हैं, जबकि 7 लाख 17 हजार 625 ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में एक दिन में 2341 जान गई है। यहां अब तक 47 हजार 676 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, संक्रमण के मामले 8 लाख 48 हजार 994 हो गए हैं। वहीं, इस बीच कोरोना संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया को चेताया है। WHO ने कहा कि कोई भी देश गलती न करें और अलर्ट रहें क्योंकि यह वायरस हमारे बीच लंबे समय तक बना रहेगा। संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिन देशों को लग रहा है कि उन्होंने कोरोना वायरस पर काबू पा लिया है, वहां मामले दोबारा बढ़ रहे हैं। अफ्रीका और अमेरिका में संक्रमण के बढ़ते मामले हमारे लिए चेतावनी है।
डॉ. टेड्रोस ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सही वक्त पर 30 जनवरी को वैश्विक आपातकाल (ग्लोबल इमरजेंसी) की घोषणा की थी। ताकि दुनिया के सभी देश कोरोना महामारी के खिलाफ योजना बना सकें और तैयारी करें।
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने में लगता हैं कितना समय, क्लिक कर जानें यह जरूरी जानकारीडॉ. टेड्रोस ने कहा कि पश्चिमी यूरोप में यह महामारी अब स्थिर हुई है तो कहीं घटती नजर आती है। लेकिन यहां भी मामले बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सलाह है कि कोई गलती न करें। हमारी लड़ाई लंबी है, क्योंकि यह वायरस हमारे साथ लंबे वक्त रहेगा।
एक्सपर्ट्स की राय, 'लॉकडाउन से कुछ दिन तक ही रुकेगा कोरोना...', ये काम करना बेहद जरुरीबता दे, कोरोना को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर अमेरिका सवाल उठाता रहा है। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि संगठन ने चीन में फैले कोविड-19(Covid-19) की गंभीरता को छिपाया। अगर संगठन ने बुनियादी स्तर पर काम किया होता तो यह महामारी पूरी दुनिया नहीं फैलती और मरने वालों की संख्या काफी कम होती।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ दिन पहले संगठन को दी जाने वाली फंडिंग रोक दी थी। अमेरिका हर साल डब्लूएचओ को करीब 3 हजार करोड़ रुपए फंड देता है।
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