कोरोना वायरस : भारत में संक्रमित लोगों की संख्या में होगा तेजी से इजाफा!

चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस की वजह से भारत समेत 35 से ज्यादा देशों में लॉकडाउन के हालात उत्पन्न हो गए है। अब तक दुनिया भर में तीन लाख से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा लोगों की जान इटली में गई है। इटली में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा चीन से भी ज्यादा हो चुकी है। वहीं भारत पर नजर डाले तो संक्रमित लोगों का आंकड़ा 391 तक ही पहुंचा है। पूरी दुनिया में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 13000 से ज्यादा हो गई है वहीं भारत की बात करे तो अब तक सात लोगों की मौत हुई है।

ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि आखिर भारत में कोरोना वायरस के मामले इतने कम क्यों है? इसका जवाब है यहां कोरोना वायरस की ज्यादा जांच नहीं हो पा रही है, जिसके चलते कोरोना वायरस के सटीक आंकड़े सामने नहीं आ पा रहे हैं। आईसीएमआर भारत में कोरोना वायरस की जांच के लिए सिर्फ 111 सरकारी लैब हैं। अब निजी लैब को भी कोरोना की जांच की इजाजत दे दी गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के आंकड़े के मुताबिक जब भारत में 16 हजार 109 लोगों के कोरोना की जांच हुई, तब 341 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहीं, अगर अमेरिका की बात करे तो 1,41,591 लोगों की कोरोना जांच की गई है और 26,905 संक्रमित मामले सामने आ चुके है। इसी तरह इटली की बात करे तो यहां 2 लाख 6 हजार 886 लोगों कोरोना की जांच की गई है तो 53578 संक्रमित मामले सामने आ चुके है। क्षिण कोरिया में 3 लाख 16 हजार 664 लोगों के कोरोना की जांच की गई, तो 8,897 पॉजिटिव मामले सामने आए। जब फ्रांस में 36,747 लोगों की जांच गई और 14,459 लोग पॉजिटिव पाए गए। इसी तरह जब जर्मनी में 1,67,000 हजार लोगों के कोरोना की जांच की गई, तो 23,129 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जब ब्रिटेन में 64,621 लोगों के कोरोना की जांच की गई, तो 5 हजार 18 लोग पॉजिटिव पाए गए।

इन आंकड़ों पर अगर गौर करे तो यह साफ है कि जैसे ही भारत में कोरोना वायरस की जांच की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी उसी के साथ संक्रमित लोगों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा।