कोरोना संक्रमितों की जांच में तेजी लाने के लिए राजस्थान सरकार खरीदेगी कोबास-8800 मशीन

राजस्थान (Coronavirus in Rajasthan) में गुरुवार को कोरोना के 76 नए मरीज मिले, जबकि सीकर में एक माैत हुई। जयपुर में 15 नए राेगी मिले। प्रदेश में अब तक कुल 1964 राेगी मिल चुके हैं, जबकि 28 माैतें हाे चुकी हैं। जयपुर में कुल 740 राेगी मिले हैं। यहां अब तक 14 माैतें हाे चुकी हैं। गुरुवार काे सबसे ज्यादा 23 मरीज जाेधपुर में मिले। इसके अलावा नागाैर में 18, काेटा में 8, अजमेर व भरतपुर में 3-3, हनुमानगढ़ व सीकर में 2-2, बाड़मेर व झुंझुनूं में 1-1 नया मरीज मिला। जयपुर और जोधपुर में बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने यहां जांच में तेजी लाने के लिए कोबास-8800 मशीनों के खरीदने के आदेश दे दिया है। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि यह मशीन एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, अमरीका) से अनुमोदित है। इससे जयपुर और जोधपुर जिलों में वर्तमान से लगभग 3 हजार ज्यादा जांचें की जा सकेंगी।

ऑटोमेटिक और मैनुअली दोनों तरीके से हो सकती है जांच

चिकित्सा मंत्री डॉ शर्मा ने कहा कि देश में राजस्थान और तेलंगाना केवल दो ऐसे राज्य हैं, जो इस मशीन को खरीद रहे हैं। इस मशीन से आरएनए एस्ट्रक्शन और आरटी-पीसीआर दोनों टेस्ट एक साथ हो सकते हैं। इसमें ऑटोमेटिक और मैनुअली दोनों तरीके से टेस्ट हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की 10000 जांच प्रतिदिन करने की सोच की ओर राजस्थान तेजी से बढ़ रहा है।

डॉ शर्मा ने बताया कि कोरोना प्रभावित जिलों में भी जांच में तेजी लाई जा रही है। इसी के मद्देनजर भरतपुर, डूंगरपुर, पाली और बाड़मेर में आरटी-पीसीआर की मशीनों को पहुंचा दिया गया है। यही नहीं उदयपुर और अजमेर में जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त आरटी-पीसीआर मशीनें पहुंच चुकी हैं। भीलवाड़ा में आईसीएमआर द्वारा जांच की अनुमति मिल जाएगी। इसके अलावा जोधपुर के डेजर्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में भी 300 जांच प्रतिदिन करवाने के सुविधा प्रारंभ हो गई है। उन्होंने कहा कि जितनी ज्यादा जांचें होंगी कोरोना की वास्तविकता का पता उतना ही जल्द चल सकेगा।

घरों तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाने का काम शुरू

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कोरोना के अलावा बीमारियों से परेशान आमजन, गर्भवती, धात्री महिलाओं और बुजुर्ग लोगों को राहत देने और उनके घरों तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के लिए शुरू की गई 400 मेडिकल मोबाइल यूनिट ने काम करना शुरू कर दिया है और चिकित्सा सेवा से वंचित लोगों का इसका लाभ मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य के लिहाज से परेशान होने नहीं दिया जाएगा।