कोरोना वॉरियर की मौत / पिता के शव को भी न देख सकी बेटी, फोटो से ही लिपट फूट-फूटकर रोई

कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल (59) की मौत हो गई थी। 27 मार्च को उनके थाना क्षेत्र की अंबर कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव संतोष वर्मा की मौत हुई थी। इसके बाद इस कंटेनमेंट एरिया की व्यवस्था टीआई खुद देख रहे थे। यहीं पर वे संक्रमित हुए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई। लंबे इलाज के बाद इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई्। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार इंदौर के ही रामबाग मुक्तिधाम में किया गया। इस दौरान उनके परिजन भी मौजूद थे। अंतिम संस्कार के दौरान उनके शव के पास किसी को भी नहीं जाने दिया गया। अंतिम दर्शन करने की इच्छा रखे उनकी बेटी पाल की फोटो से ही लिपट कर फूट-फूटकर रोई। उसे रोता देख वहां मौजूद अन्य लोगों की भी आंखें नम हो गईं। इस दौरान यशवंत की पत्नी और उनकी दोनों बेटियों के साथ ही पुलिस महकमे के आला अधिकारी भी मौजूद थे।

नई दुनिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पाल का शव जैसे ही मुक्तिधाम पहुंचा उनके परिजन अंतिम दर्शनों की जिद करने लगे। लेकिन बाद में अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह से संभाला। परिजनों ने उनकी तस्वीर पर ही फूल चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पाल की बड़ी बेटी खुद को न रोक सकी और पिता की फोटो से लिपटकर फूट-फूटकर रोई।

परिवार के भी सैंपल लिए गए

यशवंत पाल के कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के बाद उनके परिवार के भी सैंपल लिए गए थे। इसके बाद उनकी पत्नी और दोनों बेटियों को उज्जैन के ही एक होटल में क्वारंटाइन किया गया था। लेकिन अभी तक किसी की भी रिपोर्ट नहीं आई है। अब पुलिस अधिकारी स्वास्‍थ्य विभाग से इस संबंध में जानकारी ले रहे हैं।