मध्य प्रदेश / संक्रमितों की संख्या बढ़कर हुई 2811, 153 लोगों की गई जान

मध्य प्रदेश में शनिवार देर रात तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2811 पर पहुंच गई। इनमें 153 की मौत हो गई है। इंदौर में 1586 और भोपाल में 539 मरीज हैं। रविवार सुबह को प्रदेश में कोरोना से लड़ रहे डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी, पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों का सेना ने सम्मान किया। सोमवार से शुरू होने वाले लॉकडाउन के फेज-3 के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।

राज्य सरकार ने 4 मई के बाद कंटेनमेंट क्षेत्र के बाहर प्रदेशभर में छूट देने का प्लान बना लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कोरोना समीक्षा के दौरान कलेक्टरों से कहा कि वे तीन दिन में नए सिरे से अपने जिलों का आकलन कर रिपोर्ट दें। सरकार ने कलेक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी है कि कहां क्या छूट दी जानी है और कहा नहीं दी जानी है, उसकी रिपोर्ट सौंपे। ये बात साफ़ है कि प्रदेश के दो बड़े शहर भोपाल और इंदौर में कुछ ख़ास रियायतें नही दी जानी है और सख़्ती बरकरार रहेगी।

राज्य सरकार ने सिनेमाघरों को दो सप्ताह के लिए और बंद कर दिया है। इधर, शादी-समारोह के लिए 4 मई से प्रस्तावित ढील को बढ़ा दिया गया है। पहले दूल्हा-दुल्हन के साथ 5 से 10 लोगों को मंजूरी थी, लेकिन अब इसे 50 किया जा रहा है। अंत्येष्टि में अधिकतम 20 लोग शामिल हो सकेंगे।

भोपाल के बैरागढ़ में लॉकडाउन का उल्लंघन करके टहलने निकले 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। 25 से 30 लोग भागने में सफल हो गए। बैरागढ़ पुलिस ने बताया कि वन ट्री हिल्स इलाके में शाम को लोग टहलने निकलते थे, लेकिन पुलिस की गाड़ी देखकर घरों में छिप जाते थे।

सभी जोन में ये सब बंद रहेगा

- स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक कार्य, कोचिंग बंद रहेंगी। पुलिस, शासकीय अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी और लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए हॉस्पिटेलिटी सेवाओं को छोड़कर बाकी हॉस्पिटेलिटी सेवाएं बंद रहेंगी

- सिनेमाहॉल, शॉपिंग मॉल, जिम्नेजियम, स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार, सभागृह। सामाजिक, राजनीतिक, एकेडमी, सांस्कृतिक, धार्मिक गतिविधियां भी बंद रहेंगी

- गैर जरूरी गतिविधियों के लिए आवाजाही पर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक पाबंदी रहेगी। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, 10 साल से छोटे बच्चे बाहर नहीं निकलेंगे। कंटेनमेंट जोन में ओपीडी और क्लीनिक बंद रहेंगे

वहीं प्रदेश के बड़वानी जिले में सेंधवा के करीब प्रदेश से लगने वाली महाराष्ट्र सीमा पर उत्तर प्रदेश के रोके गये मज़दूरों ने हंगामे के बाद पथराव कर दिया। इसमें कुछ पुलिसकर्मीयों को चोटें आई हैं और कई गाड़ियों के शीशे भी टूटे हैं।