अच्छी खबर / केसों का डबलिंग रेट 3.7 दिन से बढ़कर 7.4 दिन हुआ, कोरोना पर टेंशन / 80% मरीजों में लक्षण नहीं दिखे

कोरोना वायरस के संक्रमण में बढ़ोत्तरी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने राहत की खबर दी है। राहत की बात यह है कि केसों का डबलिंग रेट पिछले 7 दिन में 3.7 दिन से बढ़कर 7.4 दिन हो गया है। वहीं, 19 अप्रैल तक के डेटा के अनुसार देश में 18 राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर राष्ट्रीय स्तर से कम रही है। अबतक देशभर में कोरोना के 2546 मरीज ठीक हो चुके हैं, जो कुल मरीजों के 14.75% हैं। वहीं, फिक्र की बात यह है कि अगर 100 केस सामने आ रहे हैं तो उनमें या तो लक्षण नहीं दिख रहे या फिर बेहद हल्के नजर आते हैं। आईसीएमआर ने कहा कि देश में मिल रहे कोरोना वायरस के 80% मरीजों में वायरस के मामूली लक्षण मिले हैं। दुनियाभर में विश्लेषण के आधार पर 100 में से कोरोना वायरस के 80 मरीज में हल्के लक्षण दिखते हैं। वहीं लगभग 15% रोगी गंभीर मामलों में बदल जाते हैं और 5% मामले नाजुक हो जाते हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 59 जिले कोरोना से मुक्त हो गए हैं। इन जिलों में पिछले 14 दिनों से कोरोना का कोई केस नहीं आया है। वहीं, पुदुचेरी में माहे, कर्नाटक में कोडागु और उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल में पिछले 28 दिनों में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। वहीं गोवा राज्य पूरी तरह कोरोना मुक्त हो गया है। ओडिशा और केरल समेत कई राज्यों में इस मामले में सुधार आया है। लव अग्रवाल ने कहा कि बीते 24 घंटे में 2400 से ज्यादा लोग स्वस्थ हुए। 36 की मौत हुई है। हम एक संक्रामक रोग से लड़ रहे हैं। एक भी गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी।

इंदौर में थमी कोरोना की रफ्तार

मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ी है। रविवार को पूरे प्रदेश में 42 नए केस सामने आए हैं। अब मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 1415 हो गई है, जबकि प्रदेश में 72 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। वहीं, 131 लोग पूरी तरह से ठीक होकर घर लौट गए हैं। इंदौर के लिए राहत की खबर यह है कि पिछले 2 दिनों से नए केस सिंगल डिजीट में ही सामने आ रहे हैं।

केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 को लेकर मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर हालात विशेष रूप से गंभीर हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस और फैलने का खतरा है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में कार्रवाई करते हुए घोषणा की है कि छह अंतर-मंत्रालयीन केंद्रीय दल (आईएमसीटी) महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के इन चिह्नित स्थानों पर अगले तीन दिन में दौरा करेंगे तथा मौके पर स्थिति का आकलन कर केंद्र को रिपोर्ट देकर उपाय सुझाएंगे।

गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को नये सिरे से पत्र लिखा है क्योंकि कुछ राज्य अपने दिशानिर्देश जारी कर रहे हैं जो लॉकडाउन को कमजोर करने के समान हैं और इससे नागरिकों की सेहत को लेकर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय देश में लॉकडाउन के हालात पर नियमित नजर रख रहा है। जहां भी लॉकडाउन का उल्लंघन किया जा रहा है हम राज्य सरकारों के साथ तालमेल करते हुए उचित कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य अपनी स्थानीय स्थितियों के अनुसार और कड़े कदम उठा सकते हैं लेकिन उन्हें कमजोर या हल्का नहीं कर सकते।