देश में कोरोना के अब तक 46 हजार 437 मामले, सोमवार को मिले सबसे ज्यादा 3656 मरीज, प्रवासी मजदूरों का सड़क पर हंगामा

देश में लगे कोरोना वायरस लॉकडाउन के बावजूद यहां संक्रमित मामले तेजी से बढ़ रहे है। सोमवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 3656 संक्रमित मामले सामने आए। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 46 हजार 437 हो गई है। सोमवार को महाराष्ट्र में 1567, गुजरात में 376, दिल्ली में 349, राजस्थान में 175, पंजाब 130, उत्तरप्रदेश में 121, तमिलनाडु में 527, मध्यप्रदेश में 105 संक्रमित मामले सामने आए। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कुल संक्रमित 42 हजार 836 हैं। 29 हजार 685 का इलाज चल रहा है। 11 हजार 762 ठीक हो चुके हैं और 1389 की मौत हुई। बीते 24 घंटे में 2573 नए मामले आए, रिकॉर्ड 1074 मरीज भी ठीक हुए, जबकि 83 मरीजों ने दम तोड़ा। अब देश में संक्रमितों की रिकवरी रेट बढ़कर 27.52% हो गई।

प्रवासी मजदूरों का सड़क पर हंगामा

कोरोना वायरस महामारी का संकट देश में फैलता जा रहा है और इस वजह से लॉकडाउन भी बढ़ गया है। लॉकडाउन में लंबे वक्त से फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को अब घर जाना नसीब हुआ है, धीरे-धीरे अलग-अलग राज्यों से मजदूर घर जाना शुरू हो गए हैं। लेकिन इस बीच कई जगह लगातार देरी होने की वजह से मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया।

आंध्र प्रदेश के कोवुरू में सोमवार को बड़ी संख्या में मजदूर सड़कों पर उतरे और अपने घर जाने की मांग को लेकर हंगामा किया। जब सड़क पर भीड़ बेकाबू हो गई, तो पुलिस की ओर से सभी को काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज किया गया, इस दौरान भगदड़ का माहौल रहा। बता दे, आंध्र प्रदेश में अब तक 1650 संक्रमित मामले सामने आ चुके है और 33 लोगों की जान जा चुकी है।

आंध्र प्रदेश के अलावा पंजाब के लुधियाना में भी मजदूर बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे। यहां मजदूरों ने सड़क पर जाम लगा दिया और कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें राशन नहीं मिल रहा है, ऐसे में तुरंत घर भेजने की व्यवस्था की जाए। पंजाब में अब तक 1232 संक्रमित मामले सामने आ चुके है और 23 लोगों की जान जा चुकी है।

सोमवार को गुजरात के सूरत में एक बार फिर सड़कों पर प्रवासी मजदूरों का गुस्सा दिखा। यहां कडोदरा इलाके में हजारों की संख्या में मजदूर सड़क पर आए और घर जाने की मांग करने लगे। इस दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई, मजदूरों की ओर से कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। गुजरात में अब तक 5804 संक्रमित मामले सामने आ चुके है और 319 लोगों की जान जा चुकी है।

- मध्यप्रदेश में सोमवार को 105 संक्रमित मिले। प्रदेश के ग्रीन और ऑरेंज जिलों में दुकानें खुलने लगी हैं। मंगलवार से शराब और भांग की दुकानें भी खुलेंगी। हालांकि, राज्य सरकार हॉटस्पॉट में शामिल इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, खंडवा, धार, बड़वानी और देवास को लेकर बहुत सतर्क है। इन जिलों में फिलहाल कोई रियायत नहीं दी गई है। यहां कुल संक्रमित मामले 2942 तक पहुंच गए है।

- उत्तरप्रदेश में सोमवार को 121 नए मरीज मिले। इसके साथ ही यहां संक्रमित लोगों का आंकड़ा 2766 तक पहुंच गया है। उत्तरप्रदेश में लॉकडाउन फेज-3 में कंटेनमेंट एरिया में कोई छूट नहीं दी गई है। इसके अलावा रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में राहत दी गई हैं। कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर अधिकांश जिलों में सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक शराब की एकल दुकानें खुल सकेंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग और निर्माण के काम शुरू करने की अनुमति दी गई है।

- महाराष्ट्र के हालात बेहद चिंताजनक हैं। यहां सोमवार को सबसे ज्यादा 1567 मामले सामने आए। यहां संक्रमित लोगों का आंकड़ा 14541 तक पहुंच गया है। राज्य सरकार ने मुंबई और पुणे को छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया है। पुणे और मुंबई में प्राइवेट ऑफिस और उद्योग पूरी तरह बंद रहेंगे। सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 33 फीसदी कर्मचारी काम करेंगे। कंटेनमेंट जोन सील रहेंगे। राज्य के अन्य जिलों में कहां और क्या छूट मिलेगी, ये वहां के कलेक्टर तय करेंगे।

- राजस्थान में सोमवार को 175 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई। इनमें से जोधपुर में 89, चित्तौड़गढ़ में 23, जयपुर में 29, पाली में 15 मरीज मिले हैं। प्रदेश में अब तक 1356 मरीजों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है, जबकि 75 की मौत हुई। यहां संक्रमित लोगों का आंकड़ा 3061 तक पहुंच गया है।

- दिल्ली में सोमवार को 349 नए मरीज सामने आए। लॉकडाउन फेज-3 में ग्रीन और ऑरेंज जोन में कई रियायतें दी गई हैं। सोमवार सुबह 9 से 11 बजे तक शराब के ठेके भी खुले। कई जगहों पर दुकान खुलने से पहले ही लंबी कतार लग गईं। कश्मीरी गेट और बुराड़ी समेत कुछ जगहों पर शराब की दुकानों पर इतनी भीड़ लगी कि पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। बाद में पुलिस ने एसडीएम से अनुमति लेकर सभी ठेके बंद करवा दिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि आज दिल्ली में कुछ दुकानों पर अव्यवस्था देखी गई। मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज मुझे थोड़ा दुःख हुआ कि कुछ दुकानों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा। इससे वो अपने और अपने परिवार का नुकसान कर रहे हैं। अगर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया तो दुकानों को बंद करने से पीछे भी नहीं हटेंगे।'