दिल को खुश करने वाली खबर / लॉकडाउन की वजह से देश में कोरोना पर कसी लगाम

देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 14,028 पहुंच गई है। शुक्रवार को केरल में सिर्फ एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला। केरल में 395 मरीज हैं। यहां शुक्रवार को 10 और मरीज ठीक हुए। यहां संक्रमितों के ठीक होने की दर करीब 65% है। इधर, शुक्रवार को गुजरात में 92, राजस्थान में 62, तमिलनाडु में 56, कर्नाटक में 44, आंध्रप्रदेश में 38, मध्यप्रदेश में 36, महाराष्ट्र में 34, पश्चिम बंगाल में 24 जबकि अंडमान-निकोबार में 1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। वहीं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, भारत में अब तक कोरोना के कुल 13 हजार 835 मामले दर्ज किए गए हैं। कोरोना की वजह से 452 लोगों की मौत हुई है और 1 हजार 766 ठीक हो चुके हैं।

इन सबके बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कुछ ऐसी जानकारियां दी गईं जो दिल को खुश करने वाली है। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि सरकार स्थानीय स्तर पर आरटीपीसीआर किट पर काम कर रही है और मई के अंत तक 10 लाख रैपिड टेस्ट किट बनाने का लक्ष्य है। पीपीई और वेंटिलेंटर्स के लिए भी स्वेदशी डिजाइन तैयार किया जा रहा है। एक दिन पहले चीन से आई 5 लाख रैपिड टेस्टिंग किट राज्यों को सौंप दी गई हैं। इससे कोरोना की जांच में तेजी आई है।

कोरोना के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले कोरोना मरीजों की संख्या हर तीन में दोगुना हो जाती थी। लेकिन पिछले सात दिनों के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि अब मरीजों की संख्या 6.2 दिन में दोगुना हो रही है। इसके साथ ही मरीजों की संख्या में डबलिंग का दर 19 राज्यों और यूनियन टेरिटरी में औसत डबलिंग रेट से कम है। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या और मौत की दर में 80-20 का अनुपात है। इसका अर्थ यह है कि हम ज्यादा मरीजों की जान बचा पाने में भी कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शिद्दत से कोरोना के खिलाफ टीका के विकास में जुटी हुई है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में बीसीजी, प्लाज्मा थिरैपी, मोनोक्लोनल एंटी बॉडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टेस्ट के दायरे में लाया जाए।

उन्होंने कहा हम कुछ असरकारी दवाओं पर भी काम करना चाहते हैं। जो दवा भारत में नहीं बन रहीं उन्हें भी देश में बनाने की योजना बना रहे हैं। राज्य और जिला स्तर पर तैयारियों का आकलन कर रहे हैं। यह देख रहे हैं कि यह पर्याप्त हैं कि नहीं, अगर नहीं हैं तो इसमें सुधार कर रहे हैं।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के लिए 28,542 सैम्पल की जांच की गई। अब तक कुल 3,32,583 सैम्पल की जांच की गई है।

मध्यप्रदेश में 1 हजार 342 संक्रमित

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 हजार 342 हो गई है। 64 लोगों की मौत हो गई है। मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी की वजह यह भी बताई जा रही है कि स्वास्थ्य विभाग के पास संसाधन बढ़े हैं। इससे जांच का दायरा भी बढ़ा है। 4,500 सैंपल की जांच रिपोर्ट एक-दो दिन में आना है। इसमें भोपाल के 3,500, प्रदेश के अन्य जिलों से एक हजार सैंपल जांच होनी है। शुक्रवार को 1200 सैंपल विशेष विमान से जांच के लिए दिल्ली भेजे गए। इन सैंपल की जांच दिल्ली समेत प्रदेश में 9 स्थानों पर की जा रही है। इन सैंपल में से 383 लोगों में संक्रमण पाया गया है। संक्रमितों के मामले में 196 मरीजों के साथ भोपाल दूसरे नंबर पर है। आईआईएम इंदौर के साथ शोध कर रहे अमेरिका के कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि राज्य सरकार ने सख्त कदम नहीं उठाए तो मई के अंत तक प्रदेश में 50 हजार संक्रमित होंगे।

महाराष्ट् में 3 हजार 236 संक्रमित


महाराष्ट्र में 11 जिलों को हॉटस्पॉट घोषित किए गए हैं। इसमें मुंबई, पुणे, ठाणे, नागपुर, सांगली, अहमदनगर, यवतमाल, औरंगाबाद, बुलढाणा, मुंबई सबअर्बन, नासिक शामिल है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के केस पिछले 15 दिनों में 10 गुना की वृद्धि हुई है। राज्य में संक्रमण का पहला मामला नौ मार्च को पुणे में सामने आया था। यहां एक परिवार के तीन लोग पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद 31 मार्च तक यानी 21 दिनों में संक्रमित केस की कुल संख्या 302 तक पहुंची थी। इन 21 दिनों में एक दिन में अधिकतम 27 पॉजिटिव केस मिले थे। लेकिन, एक अप्रैल से से 16 अप्रैल यानी 16 दिनों में संक्रमितों की संख्या में 10 गुना की वृद्धि के साथ आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंच गया। इनमें 14 अप्रैल को सबसे ज्यादा 350 पॉजिटिव केस सामने आए। फ़िलहाल शुक्रवार को 34 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। इनमें से पुणे में 23, मुंबई में 6, मालेगांव 4 और ठाणे में 1 मरीज मिला। राज्य में 1 मार्च से 15 अप्रैल के बीच कुल 56 हजार 673 लोगों की कोरोना जांच हुई। इनमें से 52 हजार 762 टेस्ट निगेटिव आए। राज्य में शुक्रवार को 7 मरीजों की मौत हुई। इसमें से मुंबई में 5 और पुणे में 2 लोगों ने दम तोड़ा। इसके साथ ही मुंबई में इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 121 हो गया।

राजस्थान में 1 हजार 193 संक्रमित

शुक्रवार राजस्थान में 62 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें जोधपुर में 32 (4 ईरान से आया), टोंक में 13, जयपुर में 6, कोटा में 6, नागौर में 2, झुंझुनू, अजमेर और झालावाड़ में एक-एक संक्रमित मिला। नागौर में पॉजिटिव मिले दो लोगों में एक महिला कांस्टेबल है, वहीं दूसरी मुंबई से आई थी। दोनों का आइसोलेट कर दिया गया है। जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 1193 पर पहुंच गई है। शुक्रवार को जयपुर के खो नागोरियान इलाके की आयशा मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ते हुए 15 लोगों को हिरासत में लिया गया। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। राज्य के 33 जिलों में से अब तक कोरोना 25 तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा जयपुर में 494 (2 इटली के नागरिक) पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा जोधपुर में 188 (इसमें 41 ईरान से आए), कोटा में 92, टोंक में 84, बांसवाड़ा में 59, जैसलमेर में 44 (इसमें 14 ईरान से आए), भरतपुर में 43, बीकानेर में 35, झुंझुनूं में 36 और भीलवाड़ा में 28 मरीज मिले हैं। उधर, झालावाड़ में 18, चूरू में 14, दौसा में 12, नागौर में 10, अलवर और अजमेर में 7-7, डूंगरपुर में 5, उदयपुर में 4, करौली में 3, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में 2-2, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में 1-1 व्यक्ति को इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है।

उत्तरप्रदेश में 846 संक्रमित

अब तक राज्य के 49 जिलों में कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि एक दिन पहले 2,962 लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए थे जबकि 74 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। अभी भी 993 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। वहीं, 10,714 लोग क्वारैंटाइन में भेजे गए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 174 संक्रमित आगरा में हैं। उधर, नोएडा में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। वहीं, पुलिस ने 54 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर धार्मिक गतिविधि करने वाले विदेशी तब्लीगी जमातियों पर योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि, अब तक विदेशी जमातियों पर 45 एफआईआर हुई है। जबकि, 259 लोगों के पासपोर्ट जब्त किए गए हैं। क्वारैंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद इन्हें जेल भेजने की कार्रवाई भी चल रही है।

दिल्ली में 1 हजार 640 संक्रमित

चांदनी महल थाने के दो पुलिस कांस्टेबल कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। उन्हें इलाज के लिए एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, वहीं इनके संपर्क में आए अस्सी पुलिसकर्मियों को क्वारेंटाइन कर होटल में ठहराया गया है। इनमें एसएचओ समेत तीनों पुलिस इंस्पेक्टर शामिल हैं। पूरा थाना लगभग खाली हो चुका है, ऐसे में इलाके में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विजिलेंस के एक इंस्पेक्टर तारकेश्वर को अस्थाई तौर पर इस थाने का काम सौंपा गया है। जब से दोनों पुलिस कांस्टेबल की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, तभी से इस थाने में तैनात पुलिसकर्मियों में टेंशन है। अभी पुलिस स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट आनी बाकी है। एहतियातन इस थाने को सेनिटाइज भी कराया जा चुका है। वहीं, केजरीवाल सरकार ने फैसला किया है कि कोरोना संकट के बीच किसी भी स्कूल को फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। स्कूल 3 महीने की फीस नहीं मांगेंगे। सिर्फ एक महीने की ट्यूशन फीस मांग सकते हैं। आनलाइन एजुकेशन सभी छात्रों को दी जाएगी, भले ही उनके माता-पिता फीस न भर पाएं।