कोरोना : अमेरिका में हाहाकार, इटली भी छूटा पीछे, अब तक 19,666 लोगों की मौत

दुनिया का सबसे ताकतवर देश कहे जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में कोरोना वायरस से 24 घटें के भीतर 2,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कुल मौतों और संक्रमितों के लिहाज से शनिवार रात अमेरिका सबसे ऊपर पहुंच गया। यहां अब तक कुल 19,666 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया जहां अपने-अपने घरों में कैद होकर ईस्टर मना रही है, वहीं अमेरिका में मातम मनाने जैसी स्थिति बन पड़ी है। अमेरिका में शुक्रवार को 2,108 मौतें हुई थीं, जो किसी भी देश में होने वाली मौतों से कहीं ज्यादा थीं। अमेरिका में फिलहाल कोरोना वायरस से संक्रमित सबसे ज्यादा मरीज हैं। करीब 1.7 मिलियन लोग इस गंभीर बीमारी की चपेट में है। अमेरिकी प्रशासन केवल उन्हीं लोगों की जांच कर रहा है, जिनकी स्थिति गंभीर है। वहीं लगातार हो रही मौतों से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि संक्रमण अपने उच्चतम स्तर पर है। सोशल डिस्टेंसिंग का फॉर्म्यूला काम कर रहा है। डोनाल्ड ट्रंप दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को फिर से रफ्तार देने की कोशिश में जुटे हैं। हालांकि इस बात का अंदाजा है उन्हें कि अगर उद्योगों की शुरुआत की गई तो परिस्थितियां और भी बुरी होंगी।

अमेरिका : न्यूयॉर्क में जून तक नहीं खुलेंगे स्कूल

न्यूयॉर्क शहर के सभी स्कूल जून तक बंद रहेंगे। मेयर बिल डि ब्लासियो ने शनिवार को यह जानकारी दी। मेयर के मुताबिक, इस शिक्षा सत्र में शहर के सरकारी स्कूल नहीं खुलेंगे। ऑनलाइन एजुकेशन के ज्यादातर इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। ब्लासियो ने कहा, 'सिर्फ कुछ हफ्तों के लिए स्कूल खोलना सही नहीं होगा। क्योंकि, हालात को देखते हुए सुरक्षा के काफी इंतजाम करने होंगे। इससे कोरोनावायरस का खतरा बढ़ भी सकता है।'

राष्ट्रपति ट्रम्प ने दो दिन पहले संकेत दिए थे कि सरकार 1 मई से कुछ प्रतिबंध हटा सकती है या इनमें ढील दी जा सकती है। लेकिन, ‘इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेल्यूशन’ (आईएचएमई) संगठन ने इसके खिलाफ चेतावनी दी। संगठन के मुताबिक, अगर मई की शुरुआत में प्रतिबंध हटाए जाते हैं तो जुलाई तक कोरोना फिर बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। आईएचएमई वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की ही एक फैकल्टी है। इसके मुताबिक, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों में ढील नहीं दी जानी चाहिए। आईएचएमई के डायरेक्टर डॉक्टर क्रिस मुरे ने सीएनएन से कहा, 'कोरोना के लौटने की पूरी आशंका है। यह उन राज्यों में भी हो सकता है जहां अब तक कम मामले हैं।'