Covid 19 Vaccination: स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, कहा- लगवाने के बाद कोई समस्या नहीं हुई

देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपनी पत्नी नूतन गोयल के साथ कोरोना वैक्सीन लगवाई। स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट में कोरोना वैक्सीन लगवाई। हर्षवर्धन को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की डोज दी गई। वैक्सीन लगवाने के बाद हर्षवर्धन ने कहा, 'हम दोनों को COVAXIN लगाई गई है। वैक्सीन लगवाने के बाद किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। वैक्सीन कोविड के खिलाफ लड़ाई में संजीवनी का काम करेगी। मैंने और पत्नी ₹250 डोज़ देकर लगवाया है, जो लोग वैक्सीन अफ़्फोर्ड कर सकते हैं वो पास के प्राइवेट अस्पताल में लगवा लें।' स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा, 'अब सब लोग वैक्सीन जल्द से जल्द लगवाकर 28 दिन बाद दूसरी डोज लगवाएं। छोटे मोटे साइड इफेक्ट की चिंता न करें। अभी तक छोटे मोटे साइड इफेक्ट भी ना के बराबर हैं, किसी भी व्यक्ति वैक्सीन के चलते उसकी मौत नहीं हुई है।'

आपको बता दे, कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरे फेज आम लोगों के लिए कल से शुरू हो गया है। इस फेज में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वैक्सीन लगवाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में सोमवार सुबह पीएम मोदी को कोविड-19 से बचाव का टीका लगाया गया। प्रधानमंत्री ने भी भारत बायोटेक की कोवैक्सिन लगवाई है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि 'मैंने एम्स में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली, यह तारीफ के काबिल है कि कैसे हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने के लिए तेजी से काम किया।' उन्होंने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं जो भी वैक्सीन लगवाने के योग्य है, वह भारत को कोरोना मुक्त बनाने में साथ आए।

आपको बता दे, वैक्सीनेशन के पहले दिन ही देश के 4 लाख 27 हजार 072 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई।इसी के साथ ही 16 जनवरी से अब तक देश में कोविड-19 रोधी वैक्सीन की 1 करोड़ 47 लाख 28 हजार 569 खुराकें दी जा चुकी हैं।

दूसरे चरण में कौन वैक्सीन लगवा सकता है?

- भारत में रहने वाले वह सभी नागरिक जो 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं या 1 जनवरी 2022 को 60 साल के हो जाएंगे।

- जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 की स्थिति में 45 से 59 वर्ष है और उन्हें लिस्ट में दी गई 20 गंभीर बीमारियों से कोई है।

वह 20 बीमारियां कौन-सी हैं, जो होने पर वैक्सीन लगेगी?


- अगर बेनेफिशियरी की उम्र 45 से 59 वर्ष है तो उसे इस बात की पुष्टि करनी होगी कि वह सूचीबद्ध 20 में से कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। इसके लिए रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर का सर्टिफिकेट पेश करना होगा।

- इनमें डायबिटीज (शुगर), हाइपरटेंशन, किडनी, लिवर, ल्यूकेमिया, HIV ग्रसित, बोन मेरो फेल्योर और हार्ट फेल्योर समेत 20 गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है। इसके लिए एक फॉर्म भी जारी किया गया है, जिसे डॉक्टर से सर्टिफाई कराना होगा।

पहले राउंड में कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगा टीका

पहले राउंड में कोरोना वॉरियर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया गया था जबकि दूसरे राउंड में 60 वर्ष से ज़्यादा और 45 साल से अधिक आयु के पुरानी गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। दूसरे चरण के टीकाकरण के पहले दिन 29 लाख लोगों ने CoWIN पोर्टल पर अपना नाम रजिस्‍टर कराया है।