सबसे ज्यादा संक्रमित मरीजों के बावजूद, इस राज्य ने 1 जुलाई से स्कूल-कॉलेज खोलने का लिया फैसला, सर्कूलर जारी

कोरोना मरीजों की संख्या देश में बढ़कर 3 लाख 67 हजार 705 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1.62 लाख टेस्ट हुए हैं। इसके साथ देश में अब तक 62 लाख 49 हजार 668 सैंपल की जांच हो चुकी है। उधर, बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 13 हजार 107 मरीज सामने आए और 341 ने जान गंवाई। दिल्ली में रिकॉर्ड 2414 और उत्तरप्रदेश में 583 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। महाराष्ट्र में बुधवार को 3 हजार 307 मरीज बढ़े और 114 ने दम तोड़ा। मुंबई में 1 हजार 365, ठाणे में 839 और पुणे में 362 केस बढ़े। प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख 16 हजार 752 पहुंच गया। इनमें से 51 हजार 922 एक्टिव मरीज हैं। कोरोना से अब तक 5 हजार 651 मौतें हुईं। महाराष्ट्र में मृत्युदर बढ़कर 3.35% हो गई। कोरोना वायरस के कारण, जहां देश में एक तरफ सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने 1 जुलाई से स्कूल और कॉलेज खोलने का ऐलान किया है।

राज्य सरकार के फैसले के अनुसार, महाराष्ट्र ने 1 जुलाई से नॉन-रेड जोन क्षेत्रों में जूनियर कॉलेजों के साथ-साथ कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। वहीं अगस्त में 6 से 8 तक की कक्षाएं फिर से खुलेंगी। यह निर्णय सोमवार शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बैठक में लिया, जिसमें स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ और अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया था।

बैठक के बाद एक सर्कूलर जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि रेड जोन क्षेत्र में स्थित स्कूल 9, 10 और 12 की कक्षाएं 1 जुलाई से शुरू नहीं कर सकते हैं जबकि 6 वीं से 8 वीं कक्षा की कक्षाएं अगस्त से शुरू होंगी। हालांकि कुछ क्षेत्रों में स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं, शिक्षण की प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता है। छात्रों के साथ संपर्क बनाने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग अपनाया जाना चाहिए।

शिक्षा मंत्री गायकवाड़ ने कहा कि सरकार ऑल इंडिया रेडियो (AIR) नेटवर्क का उपयोग करने की कोशिश कर रही है ताकि सेलेबस संबंधित जानकारी महाराष्ट्र के छात्रों तक पहुंच सके। पीटीआई के अनुसार, 'कक्षा पहली और दूसरी की कक्षाओं को ऑनलाइन शिक्षण से छूट दी गई है। हालांकि, बाकी मानकों के लिए प्रति सप्ताह कुछ घंटे निर्धारित किए गए हैं।' हालांकि, कुछ शिक्षकों और प्रिंसिपलों की यूनियनों ने मांग की है कि कोरोना वायरस मामलों की उच्च संख्या के कारण अगस्त से सभी स्कूलों को फिर से खोला जाना चाहिए।