लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, मुंबई के स्टेशन पर उमड़ा प्रवासी मजदूरों का सैलाब, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को 121 नए मामले सामने आए। राज्य में मरीजों की संख्या 2455 और मरने वालों का आंकड़ा 162 तक पहुंच गया। मुंबई में मरने वालों की तादाद 100 के पार पहुंच गई है। इस बीच, मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंच गए। मजदूरों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। उन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। मुंबई में अलग-अलग राज्यों से आकर लाखों मजदूर काम करते हैं।

बताया जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद भीड़ हट गई। स्थानीय नेताओं का कहना है कि लोगों को समझाया जा रहा है कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी और हर संभव मदद की जाएगी। इस घटना के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे हजारों लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। ये सभी मजदूर थे और लॉकडाउन के चलते अपने घरों में मौजूद थे। उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह अधीर होकर घरों से बाहर निकल आए और अपने राज्य या अपने गांव जाने की मांग करने लगे। सरकार के नुमाइंदों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाने में कामयाबी हासिल की है और वे सभी शांति से वहां से चले गए। फिलहाल वहां से सारी भीड़ डिस्पर्स हो चुकी है और हम उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। देशमुख ने मजदूरों पर लाठीचार्ज की घटना से भी इनकार किया। उन्होंने कहा कि लोगों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

आदित्य ठाकरे का केंद्र सरकार निशाना

इस पूरी घटना पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने इस घटना की तुलना सूरत से करते हुए केंद्र सरकार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बांद्रा स्टेशन पर वर्तमान स्थिति, मजदूरों को हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि सूरत में हाल में कुछ मजदूरों ने दंगा किया था। केंद्र सरकार उन्हें घर पहुंचाने को लेकर फैसला नहीं ले पाई। आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है। प्रवासी मजदूर खाना और शेल्टर नहीं चाहते हैं, वे घर जाना चाहते हैं। आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि सूरत में कानून और व्यवस्था की स्थिति काफी हद तक एक समान स्थिति के रूप में देखी गई है। सभी प्रवासी श्रमिक शिविरों से प्रतिक्रिया समान है। कई खाने या रहने से इंकार कर रहे हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र में विभिन्न आश्रय शिविरों में 6 लाख से अधिक लोगों को रखा गया है।

भाजपा विधायक आशीष शेलार ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार विस्थापित मजदूरों के लिए सही इंतजाम नहीं कर पा रही है। इसी से डरे मजदूर आज सड़कों पर उतर आए।

मुंबई कोरोना अपडेट्स

- स्लम एरिया धारावी में मंगलवार को 6 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि 2 मरीजों की मौत हो गई। बीएमसी के अनुसार, इसके बाद इस झुग्गी-बस्ती इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 59 हो गई और 7 लोग तोड़ चुके हैं। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। यहां 13,224 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।

- मुंबई के ज्यादा प्रभावित इलाके वर्ली कोलीवाड़ा इलाके को बीएमसी ने 'कंटेनमेंट जोन' घोषित कर दिया है। लोगों के यहां घरों से निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। राज्य सरकार ने यहां पहले ही लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा चुकी है।

- महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड से जुड़े 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। आव्हाड ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। मंत्री से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनमें उनकी सुरक्षा में रहे 5 पुलिसकर्मी, बंगले पर काम करने वाला रसोइया, सफाई कामगार, बंगले पर कार्यरत स्टाफ और अन्य कर्मचारी शामिल हैं।

- मुंबई में बेस्ट की एसी मिनी बसों से हर दिन 80 हजार फूड पैकेट्स गरीबों तक पहुंचाए जाएंगे। बीएमसी के मुताबिक, एक बस एक ट्रिप में 1500 पैकेट्स पहुंचाने में सक्षम है। अगर बस की सीटों को हटा दिया जाए तो 5 हजार पैकेट भी रखे जा सकते हैं। पहले चरण में मुंबई के स्लम एरिया में इसे शुरू किया गया है।