कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है जिसकी वजह से प्रवासी मजदूरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। कई राज्यों में मजदूर और कामगार अब आक्रोशित हो रहे हैं। गुजरात के सूरत में गुरुवार को भारी तादाद में मजदूर एक बार फिर से सड़कों पर उतर आए। पांडेसरा इलाके में मजदूर हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने मिल मालिकों पर तनख्वाह नहीं देने का आरोप लगाया है। मजदूर अपने गांव जाने की भी मांग कर रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मजदूरों को समझाने की कोशिश कर रही है।बुधवार को भी इन लोगों ने खाने-पीने की शिकायत को लेकर हंगामा किया था। कई एनजीओ की मदद से प्रशासन ने इनके लिए खाने की व्यवस्था की हुई है।
इससे पहले मंगलवार को भी सूरत के ही वारछा क्षेत्र में बहुत से प्रवासी मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ते हुए सड़कों पर जमा हो गए थे। उनकी मांग थी कि उन्हें उनके गृह राज्य जाने दिया जाए हालाकि, बाद में प्रशासन ने समझा-बुझाकर उन्हें वापस भेजा था।
बता दें कि बुधवार को दिल्ली में कश्मीरी गेट के पास यमुना नदी के किनारे ऐसा ही कुछ नजारा देखेने को मिला था। यहां कश्मीरी गेट के पास यमुना नदी के किनारे हजारों की संख्या में मजदूर पहुंच गए हैं। हालांकि इन प्रवासी मजदूरों के जुटने के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
इससे पहले मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर इकट्ठा हो गए थे। यहां वे अपने-अपने घर जाने देने की मांग कर रहे थे। कुछ मजदूरों ने खाने-पीने की शिकायत को लेकर हंगामा किया था। पुलिस ने इसके बाद राशन से भरा एक ट्रक मंगवाया और मजदूरों में बांटा। इसके बाद भी जब मजदूर वापस जाने के लिए राजी नहीं हुए, तो आखिरकार पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं और भीड़ को तितर-बितर किया गया। पुलिस ने इस मामले में अब तक 3 एफआईआर दर्ज की हैं और मुख्य आरोपी विनय दुबे समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। विनय दुबे पर मजदूरों को भड़काने और उकसाने का आरोप है।
बता दे, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 12 हजार के पार चुके हैं। मरने वालों की तादाद भी 400 को पार कर चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 12,380 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अच्छी बात यह है कि इनमें से अब तक 1489 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 941 नए मामले सामने आ चुके हैं जबकि 37 मौतें भी हो चुकी है। देश में अब तक इस घातक वायरस से 414 की मौत हो चुकी है।