मध्य प्रदेश / शिवराज सिंह चौहान ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र, प्रवासी मजदूरों के लिए करी ये अपील

कोरोना वायरस का संक्रमण मध्य प्रदेश के 52 में से 44 जिलों तक पहुंच गया है। यहां रविवार रात तक संक्रमण के 4,977 मामले सामने आ चुके है। वहीं इस 248 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो गई है। वहीं, लॉकडाउन की वजह से राज्य में फंसे बंगाल के मजदूरों के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। ममता बनर्जी को पत्र लिखकर शिवराज सिंह चौहान ने अनुरोध किया है कि इंदौर में पश्चिम बंगाल के श्रमिक लॉकडाउन के चलते फंसे वे श्रमिक अपने गृह स्थान वापस जाना चाहते है और ऐसे में अपने राज्य की ओर रेल मंत्रालय से बातचीत कर विशेष इंदौर-कोलकाता ट्रेन की मांग करें। ताकि जो प्रवासी कामगार पश्चिम बंगाल में अपने मूल स्थान पर लौटना चाहते हैं लौट सकें।

ये पत्र रविवार 17 मई को लिखा गया है। पत्र में शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि इंदौर पर पश्चिम बंगाल के अलग-अलग क्षेत्रों के निवासी श्रमिक बड़ी संख्या में रहते हैं। लॉकडाउन के दौरान ये प्रवासी अपने गृहनगर (पश्चिम बंगाल) वापस जाना चाहते हैं लेकिन अत्यधिक लंबी दूरी होने के साथ साथ परिवहन के लिए शासकीय साधन नही होने से कतिपय प्रवासी श्रमिक निजी वाहनों से प्रस्थान कर रहे है जो मंहगा होने के साथ-साथ यह असुरक्षित विकल्प है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में दूसरे राज्यों के फंसे श्रमिकों को उनके गृह स्थान पहुंचाने के लिए रेलमंत्रालय ने विशेष ट्रेन चलाने की व्यवस्था की गई। राज्याें से प्राप्त अनुरोध पर विशेष ट्रेन से श्रमिकों को ले जाया जा रहा है। प्रदेश सरकार की पहल पर अब तक 85 विशेष ट्रेनों के माध्यम से श्रमिकों को सकुशल ले जाया गया। मुख्यमंत्री ने कल सुश्री बैनजी को पत्र लिखकर कहा कि इंदौर और कोलकाता के बीच विशेष ट्रेन चलाने की आवश्यकता से रेल मंत्रालय को अवगत कराए।

बता दें कि केंद्रीय रेल मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वह अपने प्रवासी मजदूरों के लिए राज्य में चाहे कितने भी ट्रेन मंगवा सकते हैं। इसलिए राज्य की सरकारों को केंद्रीय रेल मंत्रालय को बताना होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बात के बारे में बताया है। रेलवे ने यह भी कहा है कि प्रवासी मजदूरों के लिए किसी भी जिले से श्रमिक एक्सप्रेस चलाने को तैयार है।