झारखंड / रांची में गुलाब के फूल और भोजन के साथ हुआ मजदूरों का स्वागत

तेलंगाना के लिंगमपल्ली से लगभग 1200 मजदूरों को लेकर चली स्पेशल ट्रेन शुक्रवार रात रांची से सटे हटिया स्टेशन पहुंची, ट्रेन में बैठे मजदूर झूम उठे। कई मजदूरों की आंखों में आंसू आ गए। बता दें कि लॉकडाउन के बाद ट्रेन सेवाएं ठप होने के बाद ये पहली ट्रेन है, जो झारखंड के मजदूरों को लेकर आई है। ट्रेन में सवार मजदूर प्रदेश के विभिन्न जिलों के थे। सबसे ज्यादा गढ़वा जिले के मजदूर शामिल थे। सभी मजदूरों को अब हटिया स्टेशन से सैनिटाइज्ड बसों में इनके गृह जिलों में पूरे एहतियात और जांच के साथ भेजे जा रहे है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक रात सवा ग्यारह बजे के करीब जैसे ही ट्रेन हटिया स्टेशन पर रुकी, मजदूरों की चेहरे की चमक में पिछले 40 दिनों की सारी मुश्किलें छिप गईं। रेलवे स्टेशन पर इन मजदूरों का मेहमानों की तरह स्वागत हुआ, राज्य सरकार के अधिकारियों ने इन्हें गुलाब के फूल दिए और इनके लिए खाने की व्यवस्था की। रामगढ़ के एक मजदूर ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं, इतना खुश कि शब्दों में बता नहीं सकता, हमें वहां ठीक खाना मिल रहा था, यहां भी हमें ठीक व्यवस्था मिली है।'

9 घंटे की सफर के बाद हटिया पहुंचे

मजदूरों के आने को लेकर व्यापक इंतजाम किये गये थे, जिसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग वरीय अधिकारियों के द्वारा लगातार की जा रही थी। गढ़वा के लिए 18 बसें मजदूरों को लेकर रवाना हुईं। वहीं राची के 11 मजदूरों को पारस अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया। हटिया स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखते हुए मजदूरों को बाहर निकाला गया। मजदूरों ने सरकार और प्रशासन की व्यवस्था की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि वे सुबह 5 बजे ट्रेन पर सवार हुए थे और करीब 19 घंटे की सफर के बाद हटिया पहुंचे।

गृह जिलों में होम क्वारनटीन किया जाएगा

रांची के डिप्टी कमिश्नर महिमापत राय ने हटिया स्टेशन पर पत्रकारों से कहा कि स्टेशन पर इनकी प्राथमिक जांच की गई, इसके बाद इन्हें बसों से भेजा जा रहा है, इनके जिले में भी इनकी जांच की जाएगी। इसके बाद इन्हें होम क्वारनटीन किया जाएगा, अगर किसी में भी कोई लक्षण दिखते हैं तो उन्हें अलग रखा जाएगा।

रांची एसएसपी ने बताया कि प्रॉपर ब्रीफिंग की वजह से ये प्रयास सफल हो पाया। रेलवे और जिला प्रशासन का बेहतर तालमेल से सबकुछ प्लान के मुताबिक हुआ। एसएसपी ने बताया कि आगे भी स्पेशल ट्रेन से मजदूरों के आने का सिलसिला जारी रहेगा। इस बार जो भी कमियां रहीं, उसे आगे दुरुस्त किया जाएगा।

इन जिलों के हैं मजदूर

बोकारो - 103

चतरा- 36

देवघर- 24

धनबाद- 45

दुमका- 5

पूर्वी सिंहभूम- 2

गढ़वा- 435

गिरिडीह- 11

गोड्डा-14

हज़ारीबाग- 19

जामताड़ा- 21

कोडरमा- 2

लातेहार- 62

पाकुड़- 6

पलामू- 269

रामगढ़- 37

रांची- 11

सरायकेला- 12

पश्चिमी सिंहभूम- 14

सीएम ने लिया व्यवस्था का जायजा

इससे पूर्व प्रवासी यात्रियों की व्यवस्था को देखने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हटिया स्टेशन पहुंचे। उन्होंने स्टेशन में अधिकारियों से व्यवस्था का जायजा लिया। हेमंत सोरेन ने मजदूरों का स्वागत किया और कहा कि स्वागत है साथियों। बता दे, 24 बोगियों की ये ट्रेन तेलंगाना के लिंगमपल्ली स्टेशन से इन मजदूरों को लेकर शुक्रवार सुबह 4:50 पर रवाना हुई थी। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए 72 पैसेंजर की क्षमता वाले एक डिब्बे में सिर्फ 54 मजदूरों को ही बिठाया गया था।