3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के पीछे ये है PM मोदी की गणित

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से 21 दिन का लॉकडाउन अब 3 मई तक कर दिया गया है। आज सुबह देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ये बात बताई। देश में बढ़ते मामलों को देखते तो यह पहले से कन्फर्म था कि लॉकडाउन बढ़ेगा और यह लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ेगा लेकिन इसको 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। बहुत से लोग इस बात से हैरान हैं कि आखिर पीएम मोदी ने 19 दिन का लॉकडाउन किस हिसाब से लागू किया। ना तो ये तीन हफ्ते हैं, ना ही दो हफ्ते, ना ही महीना खत्म होने का दिन। सभी हैरान हैं कि आखिर 3 मई ही क्यों? 30 अप्रैल क्यों नहीं? या फिर 5 मई क्यों नहीं? आइए समझाते हैं ये 3 मई वाला गणित।

सरकार के सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार इस लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक ही बढ़ाना चाहती थी लेकिन राज्यों के कहने पर इस लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया गया। दरअसल, 1 मई को विश्व मजदूर दिवस की छुट्टी है, उसके बाद 2 मई शनिवार और 3 मई रविवार को वीकेंड की छुट्टी। ऐसे में राज्यों ने लॉकडाउन को तीन दिन आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया। ऐसे में तीन दिन को आगे बढ़ाने से क्या होगा तो इसके पीछे भी एक गणित है। दरअसल, कोरोना के मामले में इसके लक्षण दिखने में 7-14 दिन लग जाते हैं। ऐसे में अगर इन 16 दिनों में 3 दिन और जुड़ने से 19 दिन का समय मिल गया है, जिसमें कोरोना वायरस की तस्वीर और साफ हो सकती है।

आपको बता दे, पीएम मोदी ने आज के संबोधन में कहा कि सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। यानि तीन मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं।

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