कोरोना लॉकडाउन / बेटी ने कहा - न जाने कितने परिवार भूखे होंगे, किसान पिता ने ट्रॉली भर गेहूं किया दान

कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ चल रही लड़ाई में किसान भी अपनी शमता के अनुसार लोगों की मदद कर रहे है। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक किसान ने 223 क्विंटल गेहूं की पूरी फसल प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी। बड़ौदा के निवासी धर्मेंद्र सिंह लाठर ने गुलरिया चकझाऊ गांव में 12 एकड़ जमीन खरीदी थी। यह उनकी पहली फसल थी। किसान का कहना है कि इस गेहूं से इलाके के सैकड़ों लोगों का पेट भर सकेगा। वहीं, अब मध्य प्रदेश के किसान कैलाश गुर्जर ने जरूरतमंदों के लिए एक ट्रॉली गेहूं प्रशासन को दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने देशभर के किसानों से भी अपील की है कि वे भी एक क्विंटल गेहूं में से एक किलो दान करें, ताकि इस संकट की घड़ी में देश में कोई भी भूखा ना रहे

बेटी ने कहा - न जाने कितने परिवार भूखे होंगे

कैलाश गुर्जर ने यह पहल अपनी 8 साल की बेटी से प्रेरणा पाकर की है। गुर्जर ने बताया कि एक दिन एक छोटी बच्ची उनके घर रोटी मांगने लगी। उनकी 8 साल की बेटी ने उसे रोटी और बिस्किट दिए। किसान ने रोटी मांगने वाली बच्ची से परिवार के बारे में पूछा। उसने बताया घर में माता-पिता और भाई सभी भूखे हैं। इस पर किसान ने घर से ही आटा, दाल और चावल दिए। गुर्जर की बेटी ने कहा - न जाने कितने परिवार भूखे होंगे। इसके बाद गुर्जर ने कलेक्टर से संपर्क कर एक ट्रॉली गेहूं दान कर दिया। गुर्जर ने किसानों से अपील की है कि वे मंडी में गेहूं बेचने जाएं तो प्रति क्विंटल से एक किलो गेहूं जरूरतमंदों के लिए दान करें ताकि इस संकट की घड़ी में लोगों की मदद हो सके। उनके फैसले का सम्मान करते हुए सांसद, विधायक और किसान नेताओं ने भी ऐसी ही अपील देशभर के किसानों से की है।