जोधपुर: मौत की संख्या ने बढ़ाई टेंशन, गत 9 दिनों में 264 मरीजों ने तोडा दम

राजस्थान में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर डरा रही है। राज्य में अप्रैल के 29 दिनों के अंदर अब तक 2.47 लाख से ज्यादा नए संक्रमित मिल चुके हैं, जबकि पहली लहर में चार महीने में भी इतने मरीज पूरे राज्य में नहीं मिले थे। राजस्थान के जोधपुर शहर में संक्रमण के साथ-साथ मौत की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।

अप्रैल में प्रदेश के अंदर सर्वाधिक मौत के मामले जोधपुर में ही हुए हैं। यहां 29 दिन के अंदर अब तक कुल 377 मरीज दम तोड़ चुके हैं, जबकि 30 हजार 487 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इधर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के माता-पिता भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया है। बढ़ते संक्रमण और संक्रमितों की मौत के चलते डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसएस राठौड़ ने आमजन से अपील की है कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें, क्योंकि वायरस का स्ट्रेन बदल चुका है, वह बहुत ही घातक है।

बीते दिन जोधपुर में 34 मौतें हुई जिसे जान सभी हैरान रह गए। इसी के साथ ही 2036 नए पॉजिटिव आए और 1021 मरीज डिस्चार्ज हुए। जनवरी से अब तक 33 हजार 334 मरीज संक्रमित, 13 हजार 149 मरीज डिस्चार्ज और 411 मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना काल में सबसे खतरनाक अप्रैल का महीना रहा। इसमें पिछले चार दिनों में 140 मौत हो चुकी हैं। जबकि शुरुआती 20 दिन में 113 संक्रमित मरीजों की मौत हुई। उसके बाद मौत का जो सिलसिला चला, वह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गत 9 दिनों में 264 संक्रमितों की माैत के साथ इस साल 411 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।

स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को 2036 पॉजिटिव आए। इनमें शास्त्रीनगर में 348, मसूरिया में 250, मधुबन में 197, रेजिडेंसी में 195, बीजेएस में 143, प्रताप नगर में 94, शहर परकोटा में 66, महामंदिर 56 और उदयमंदिर 20 और संक्रमित मिले। ग्रामीण ब्लॉक में बनाड़ में 163, ओसियां में 161, सालावास में 101, बिलाड़ा में 68, भोपालगढ़ में 55, फलोदी में 50, बावड़ी में 38, बालेसर में 21 शेरगढ़ में 8 और बाप में 2 संक्रमित मिले।