AIIMS की सलाह! आप थक सकते हैं, लेकिन वायरस नहीं; बीमारी के लक्षण दिखें तो 10 दिन होम आइसोलेशन में रहें

देश कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की दूसरी लहर से लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते मरीजों से देश का हेल्थ सिस्टम बुरी तरह से चरमरा गया है। बीते 24 घंटे में दुनिया में 8.92 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इनमें से 3.86 लाख भारत से हैं। इस बीच केंद्र सरकार और AIIMS के डायरेक्टर ने कोरोना पर सलाह दी है।

सरकार ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि लोगों को लगता है कि कोरोना एक घोटाला है और मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। इस तरह की बातों पर बिल्कुल ध्यान मत दीजिए और नियमों का पालन कीजिए क्योंकि हम थक सकते हैं, लेकिन वायरस नहीं थकता है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस दिल्ली (AIMS) के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया होम आइसोलेशन के बारे में विस्तार से बताया।

होम आइसोलेशन में हैं तो इन 8 नियमों का पालन करें

- कोरोना मरीज को बीमारी के लक्षण आने के कम से कम 10 दिन बाद तक होम आइसोलेशन में रहना चाहिए।
- होम आइसोलेशन से बाहर आने से 3 दिन पहले तक मरीज को बुखार नहीं आना चाहिए। आइसोलेशन पीरियड खत्म होने के बाद मरीज को दोबारा कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
- डॉक्टर की बताई दवाइयां लगातार लेते रहना चाहिए। बुखार, सर्दी और खांसी की दवाई भी लेते रहें।
- दवाइयां लेने के बाद भी अगर बुखार ना जाए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- यदि सात दिनों तक बुखार और कफ कम ना हो तो डॉक्टर की सलाह पर लो डोज ओरल स्टेरॉइड लिया जा सकता है।
- रेमडेसिविर का इस्तेमाल बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करनी चाहिए और इसका इस्तेमाल सिर्फ अस्पतालों में किया जाना चाहिए।
- ऑक्सीजन लेवल कम हो या सांस लेने में परेशानी होने लगे तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।

कब डॉक्टर के पास जाना जरूरी

जब सांस लेने में दिक्कत होने लगे, ऑक्सीजन लेवल कमरे में 94% से कम हो, हाथ पैर या छाती में तेज दर्द हो, जब आप चीजें जल्दी भूलने लगें या सोचने-समझने की क्षमता कम होने लगे।

इसके अलावा देश में कोरोना की स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 14 दिनों में संक्रमण बढ़ने की रफ्तार चिंताजनक है। कर्नाटक, केरल, बंगाल, तमिलनाडु, गोवा, ओडिशा में ना केवल कोरोना चरम पर है, बल्कि वहां कोविड-19 के मामलों में भी बढ़ोतरी का ग्राफ ऊपर की तरफ है। वहीं, कोविड-19 की दूसरी लहर राजस्थान, उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में पांच गुना ज्यादा चरम पर, छत्तीसगढ़ में 4.5 गुना और दिल्ली में 3.3 गुना ज्यादा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना से 50% मौतें तीन राज्यों में दर्ज की जा रही हैं। ये राज्य दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र हैं।