Rajasthan News: 15 जिलों में मिले 100 में ज्यादा मरीज, अप्रैल में अब तक 161 लोगों की मौत; एक्टिव केस 40 हजार के पार

राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। मंगलवार को राज्य में 5,528 नए केस मिले हैं। 28 लोगों की मौत भी हो गई। यह अब तक एक दिन में हुई मौतों की सबसे ज्यादा संख्या है। पॉजिटिव मामलों में जयपुर समेत कई शहरों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। 33 में से 15 जिलों में 100 से ऊपर केस आए हैं। राजस्थान में मंगलवार को जिलेवार कोरोना केसों की बात करें तो जोधपुर में 770, उदयपुर 729, कोटा 616, अजमेर 239, पाली 206 और डूंगरपुर में 201 नए मरीज मिले हैं। इनके अलावा अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही और टोंक में कोरोना केसों की संख्या 100 के पार गई है। अप्रैल में अब तक की बात करें तो कुल 161 लोग बीमारी से अपना दम तोड़ चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ एक्टिस केस भी इस बार बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। राजस्थान में एक्टिव केस 40,690 पर पहुंच गए।

जोधपुर में हालात यह है कि शहर में हर दो मिनट में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने लगा है। जोधपुर आईआईटी में एक के बाद एक 74 कोरोना पॉजिटिव स्टूडेंट्स की संख्या आने के बाद अब शहर के राजपुरोहित समाज के हॉस्टल में भी कोरोना विस्फोट सामने आया है। राजपुरोहित समाज के हॉस्टल में रहने वाले 22 स्टूडेंट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। हॉस्टल में कोरोना विस्फोट होने के बाद हॉस्टल को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। साथ ही सभी 22 स्टूडेंट को हॉस्टल में ही आइसोलेट किया गया है। जोधपुर शहर में जहां कोरोना वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो होने का मामला अभी खत्म ही नहीं हुआ कि कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए रामबाण दवा साबित हुए इंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी होने लगी है। बाजार में यह इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही यह इंजेक्शन मिल रहा है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में भी धीरे धीरे इंजेक्शन की कमी होने लगी है।

जयपुर में रिकॉर्ड 989 मरीज मिले

जयपुर में मंगलवार को संक्रमित केसों की संख्या 900 के पार पहुंच गई। इस बीच जयपुर में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने मंगलवार को शहर के तमाम धर्म गुरुओं की बैठक बुलाकर उनसे 30 अप्रैल तक धार्मिक स्थलों को बंद करने का आग्रह किया, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। अधिकतर धर्मगुरु धार्मिक स्थलों को बंद करने के पक्ष में नजर नहीं आए। कुछ प्रशासन के सहयोग करने की बात कहते रहे तो कुछ धर्मगुरुओं ने एक सिस्टम बनाकर धर्मिक स्थलों को खुले रखने की बात कही। धर्मगुरुओं का कहना है कि एक निश्चित गाइडलाइन धार्मिक स्थलों के लिए जारी कर दी जाए, जिसमें प्रतिदिन आने वाले भक्तों की संख्या भी शामिल हो।

पहली लहर के पीक में 66% मरीज ठीक हो रहे थे, अब मात्र 19%

कोरोना की पहली लहर की बात करें तो राज्य में नवंबर में यह पीक पर थी। उस समय 22 से लेकर 26 नवंबर तक राजस्थान में 16,271 केस आए थे, लेकिन उस समय ठीक हुए मरीजों की संख्या 10,829 थी। उस समय रिकवरी रेट 66% से ज्यादा रही है। वहीं, कोरोना की दूसरी लहर की बात करे तो 8 से 12 अप्रैल के बीच 22,773 नए मरीज मिले जबकि ठीक केवल 4393 ही हुए। यानी रिकवरी रेट 19.29% ही है। राज्य सरकार में कोविड मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य डॉ। वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में पहले की तुलना में बहुत ज्यादा तेजी से संक्रमण स्प्रेड हो रहा है। ये घातक भी है। अक्टूबर-नवंबर में जब कोरोना पीक पर था, तब लोग ज्यादा सतर्क थे। आवाजाही भी कम थी। लेकिन इस बार लोग लापरवाह हैं। इस बार कोरोना का पीक मार्च लास्ट में शुरू हुआ है। जो संक्रमित हुए हैं उन्हें ठीक होने में दो से तीन सप्ताह का समय लगता है। ऐसे में आने वाले दिनों में रिकवरी रेट धीरे-धीरे बढ़ेगा।

इस बार छोटे बच्चों की संख्या काफी ज्यादा

इस बार कोरोना संक्रमितों में छोटे बच्चों की संख्या काफी है। चिंता और चौंकाने की बात यह है कि बच्चों में कोरोना के सामान्य लक्षण (बुखार, खांसी या गले में खराश) के बजाय पेट में दर्द, उल्टी-दस्त जैसे लक्षण हैं। RUHS के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह कहते हैं कि पहली की तुलना में दूसरी लहर में संक्रमित बच्चों की संख्या 3-4% ज्यादा है। जयपुर के जे।के। लोन अस्पताल के पीडियाट्रिक्स (मेडिसीन) के प्रोफेसर डॉ एम एल गुप्ता कहते हैं कि पहली लहर में उन्हीं बच्चों के लक्षण दिख रहे थे जो किसी न किसी गंभीर बीमारी जैसे डायबिटीज, हार्ट, कैंसर या अन्य किसी रोग से पीड़ित थे, लेकिन इस बार सामान्य बच्चों में भी कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं। मौजूदा समय में RUHS में 10 से ज्यादा बच्चे कोरोना के कारण भर्ती हैं। इसमें 60% से ज्यादा ऐसे हैं, जिनमें पेट में दर्द, उल्टी-दस्त जैसी शिकायत नजर आई।

राजस्थान में कोरोना के 59,209 सैंपल लिए, जिसमें से हर 11वां सैंपल पॉजिटिव आया है। राज्य में अब तक कुल 3 लाख 75 हजार 92 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 2979 लोगों की मौत हो गई। इस बीमारी से अब तक कुल 3 लाख 31 हजार 423 मरीज ठीक हो चुके हैं।