राजस्थान : आज मिले 2086 नये कोरोना मरीज, 20 की हुई मौत

राजस्थान में कोरोना के मामलों में अब गिरावट देखने को मिल रही है। गुरुवार को भी पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2086 रही। साथ में राहत की खबर ये भी रही कि जितने केस आज मिले उससे ज्यादा 3232 मरीज ठीक हुए। कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों को देखे तो आज पूरे प्रदेश में 20 लोगों की जान गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा जयपुर में 4, उदयपुर, कोटा, जोधपुर, दौसा और अजमेर में 2-2 जबकि भरतपुर, बीकानेर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर और सीकर में एक-एक व्यक्ति इस बीमारी से अपनी जान गंवा बैठा हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना से 2370 लोगों की मौत हो चुकी है।

प्रदेश के दूसरे शहरों में भले ही पिछले कुछ समय से कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी देखने को मिल रही हो, लेकिन जयपुर में स्थिति अब भी डरावनी बनी हुई है। यहां गुरुवार को 590 कोरोना मरीज सामने आए है, जो पूरे प्रदेश में मिले मरीजों का 28% है। जयपुर के अलावा जोधपुर में 201, कोटा में 149, अजमेर में 112 और अलवर में 101 नये केस मिले है। इस तरह इन पांच जिलों में मरीजों का आंकड़ा 55% से ज्यादा है।

इन शहरों में ये मिले संक्रमित

आज बांसवाड़ा में 16, बारां में 24, बाड़मेर में 47, भरतपुर में 61, भीलवाड़ा में 81, बीकानेरमें 44, बूंदी में 25, चित्तौड़गढ़ में 50, दौसा में 21, धौलपुर में 10, डूंगरपुर में 48, गंगानगर में 29, हनुमानगढ़ में 23, जैसलमेर में 11, जालौर में 35, झुंझुनूं में 32, नागौर में 83, पाली में 52, राजसमंद में 31, सीकर, सिरोही और टोंक में 30-30, उदयपुर में 99 केस मिले है। जबकि चूरू 8, सवाई माधोपुर 7, झालावाड़ 4 और करौली प्रतापगढ़ में 1-1 मरीज मिला है।

कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर चल रहा विवाद हुआ खत्म

उधर, जयपुर जिला प्रशासन और पुलिस के बीच कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर चल रहा विवाद आज थम गया है। जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने पुलिस, चिकित्सा, जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर इस विवाद पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ कर दिया कि शहर में कंटेनमेंट जोन के आदेश इंसीडेंट कमाण्डर जारी करेंगे, जबकि इसकी पालना में पुलिस सहयोग करेगी। साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि कंटेनमेंट जोन वहीं, बनेगा जहां एक साथ 10 से ज्यादा पॉजीटिव केस मिलेंगे। जानकारी के मुताबिक, जिला कलेक्ट्रेट में गुरुवार दिन में हुई इस बैठक में आयुक्त ने कहा कि इंसीडेंट कमाण्डर जो भी कंटेनमेंट जोन घोषित करेंगे, वहां नियमों की सख्ती से पालना करवाई जाएगी।

दरअसल, कई लोगों में ये भ्रांति थी कि घरों में पॉजीटिव आने के बाद उसके आस-पास का एरिया भी सील कर दिया जाएगा। आज की बैठक में ये भी स्पष्ट हो गया कि यदि एक घर में एक, दो या तीन व्यक्ति पॉजीटिव आते है, तो उसके आस-पास के मकान को कंटेनमेंट जोन यानी सील नहीं किया जाएगा। हालांकि उस आवास पर पूरी निगरानी रखी जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित एरिया के थाने के बीट कॉन्सटेबल की होगी। उस घर को नगर निगम की ओर से सैनेटाइज करवाया जाएगा और वहां मेडीकल टीम जाकर नोटिस चस्पा करके उसकी आईटी बेस मॉनिटरिंग करेगी।