इंदौर में कोरोना ब्लास्ट, एक दिन में मिले 78 नए मरीज; किल कोरोना अभियान के तहत साढ़े 8 लाख से ज्यादा का हुआ सर्वे

इंदौर में सोमवार को कोरोना ब्लास्ट हुआ है यहां, एक दिन में 78 नए केस सामने आए। वहीं, 3 लोगों की मौत भी हुई। 4 केस रिपीट पॉजिटिव रहे, जबकि 12 सैंपल रिजेक्ट कर दिए गए। अब तक 94 हजार 545 सैंपलों की रिपोर्ट आ चुकी है, इनमें 4 हजार 954 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जबकि पॉजिटिव मरीजों की मौत का आंकड़ा 249 तक पहुंच गया है।

राहतभरी बात यह है कि लगातार कोरोना पेशेंट ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं। अब तक 3 हजार 838 मरीज काेरोना को मात देकर घर लौट चुके हैं। अभी जिले में 867 एक्टिव मरीज हैं। होटल और गार्डन में क्वारैंटाइन 4 हजार 660 लोग भी अब घर लौट चुके हैं। सोमवार को दो अस्पतालों से 36 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। स्टाफ ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाते हुए विदाई दी। अरबिंदो अस्पताल से 32 और इंडेक्स अस्पताल से 4 मरीजों को डिस्चार्ज किया। इनमें 60 साल से लेकर 90 वर्षीय महिलाएं भी शामिल हैं।

किल कोरोना अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों से जानकारियां जुटाई जा रही हैं। 6 दिन में अब तक एक लाख 54 हजार 975 हजार घरों का सर्वे किया जा चुका है। इनमें 8 लाख 57 हजार से ज्यादा लोगों से जानकारी जुटाई गई। इनमें से 969 सर्दी-जुकाम और खांसी के मरीजों की पहचान हुई। 669 ऐसे लोग थे, जिन्होंने सांस लेने में परेशानी की शिकायत की। इन लोगों की डॉक्टरों ने स्क्रीनिंग की, जिसमें 300 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें यह शिकायत पाई गई। इनके कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे। यह अभियान 15 जुलाई तक चलेगा, जिसके तहत ना सिर्फ कोरोना, बल्कि मलेरिया, डेंगू की जांच भी कराई जाएगी।

आज मिले 86 मरीज

उधर, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की बात करे तो यहां मंगलवार को एक दिन में रिकॉर्ड 86 संदिग्धों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले पिछले महीने दो दिन लगातार 78-78 मरीज संक्रमित मिले थे। नए मरीजों के बाद अब कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 3261 पर पहुंच गई। एक डॉक्टर के साथ अरेरा कॉलोनी में एक साल के मासूम समेत परिवार के 6 सदस्य पॉजिटिव आए हैं। भोपाल में सोमवार को 4 लोगों की कोरोना ने जान ले ली। अब तक कुल 113 लोगों की मौत हो चुकी है। रायसेन में आरएएफ के एक जवान पॉजिटिव आने के बाद 12 जवानों के सैंपल लिए गए।

भोपाल में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए राज्य सरकार ने सख्ती करने की तैयारी कर ली गई है। यहां पर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, बिना मास्क और लॉकडाउन के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर जुर्माना के साथ अब कोरोना वॉलिंटियर्स बनना होगा। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि प्रोटोकाॅल का पालन नहीं करने वालों को अब कोरोना वॉलिंटियर्स के रूप में ड्यूटी करना होगा। इसके बाद सजा के दौरान लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करने से लेकर सर्वे तक के कार्य करना होगा। यह निर्णय सोमवार को मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बुलाई गई आपात बैठक में लिया गया।