इन 10 बदलावों के साथ बदलेगा आपके हवाई सफर का अनुभव, पॉइंट्स में समझे

देश में 25 मई से एक बार फिर सभी उड़ानें शुरू होंगी। ये उड़ाने कोरोना लॉकडाउन की वजह से पिछले दो महीनों से बंद थी। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को घोषणा की थी कि देश में घरेलू यात्री उड़ान सेवा 25 मई से बहाल की जाएगी। हालांकि, पुरी ने यह नहीं बताया कि अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें कब बहाल होंगी। लेकिन लॉकडाउन के बाद ये उड़ाने आपकी अब तक कि बाकी उड़ानों से बहुत अलग होने वाली है। दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए भारतीय विमान प्राधिकरण (AAI) ने एयरपोर्ट के प्रोसीजर्स में थोड़ा बदलाव किया है। आपको इन बदलावों के बारे में यात्रा से पहले जानना बेहद जरुरी है जिससे आपको यात्रा के दौरान परेशानियों का सामना न करना पड़े। न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार आइए आपको तस्‍वीरों के जरिए बताते हैं क्या होने वाले है बदलाव...

- टर्मिनल गेट पर यात्रियों की होगी स्‍क्रीनिंग

एयरपोर्ट टर्मिनल में प्रवेश से पहले अब सभी यात्रियों के लिए थर्मल स्‍क्रीनिंग होगी। इसके लिए टर्मिनल गेट के बाहर की तरफ एक थर्मल कैमरा लगाया गया है। इस कैमरे को टर्मिनल के गेट के भीतर की तरफ लगे सिस्‍टम से जोड़ा गया है। इस‍ सिस्‍टम की मदद से टर्मिनल के गेट पर तैनात सीआईएसएफ (CISF) के अधिकारी मुसाफिरों के शारीरिक तापमान (Body Temperature) और संभावित खतरे का पहले से अनुमान लगा सकेंगे।

- कैमरे से होगी आपके पहचान पत्र की जांच

सोशल डिस्‍टेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए हैदराबाद एयरपोर्ट पर टर्मिनल के गेट से कुछ दूरी पर एक कैमरा लगा होगा। इस कैमरे के सामने आपको अपना एयर टिकट और पहचान पत्र रखना होगा। कैमरे से करीब एक मीटर की दूरी पर एक स्‍क्रीन लगाई गई, जिस पर आपके टिकट और पहचान पत्र की जांच CISF के अधिकारी करेंगे। देश के सभी प्रमुख एयरपोर्ट पर भी ऐसे ही इंतजाम किए जा रहे हैं।

- यात्रियों के लिए वेब चेक-इन अनिवार्य

एअरपोर्ट पर कॉन्टेक्ट लेंस प्रोसेस का पालन किया जाएगा इसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों के लिए वेब चेक-इन (Web Check-In) को अनिवार्य किया है। यदि कोई मुसाफिर किन्‍हीं कारणवश वेब चेक-इन नहीं कर पाते हैं, तो उनके लिए एयरपोर्ट पर कियोस्‍क लगाए गए हैं। जिन एयरपोर्ट पर अभी तक चेक-इन कियोस्‍क नहीं हैं, वहां पर स्‍पेशल चेक-इन काउंटर बनाए जा रहे हैं। यह काउंटर पूरी तरह से कांच से कवर्ड होंगे। इन काउंटर के बाहर एक प्रिंटर लगा होगा। प्रिंटिंग के बाद बोर्डिंग पास सीधे यात्री के हाथ में आएगा।

- बोर्डिंग पास में सिक्‍योरिटी स्‍टैंप अब नहीं

कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्‍यान में रखते हुए एयरपोर्ट पर बोर्डिंग पास पर लगने वाली सिक्‍योरिटी स्‍टैंप अब नहीं लगेगी। अब सीआईएसएफ (CISF) के अधिकारी कैमरे या रीडर की मदद से आपका बोर्डिंग पास चेक करेंगे और सुरक्षा जांच के बाद आपको सिक्‍योरिटी होल्‍ड एरिया में जाने की इजाजत दे देंगे। सीआईएसएफ के जवानों की सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए उन्‍हें PPE किट उपलब्‍ध कराई गई है। इसके अलावा एयरपोर्ट के सभी टच प्‍वाइंट पर सैनेटाइजर लगाए गए हैं, ताकि यात्री खुद को बार बार सैनेटाइज कर सकें।

- बैगेज ड्रॉप के दौरान होगी सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन

बैगेज ड्रॉप के दौरान यात्रियों के बीच सोशल डिस्‍टेंसिंग रखने के लिए चेक-इन एरिया में स्‍पेशल मार्किंग की गई है। यात्रियों को मार्क किए गए स्‍थान पर ही खड़ा होना होगा। चेक-इन एरिया की तरह एयरपोर्ट पर उन सभी स्‍थानों पर मार्किंग की गई है, जहां पर लाइनें लगती हैं। आपको यह भी बता दें कि उड्डयन मंत्रालय ने हैंड बैग या केबिन बैग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। लिहाजा, यात्रा के लिए आप अब अपने साथ किसी तरह का हैंड बैग लेकर न जाएं।

- एयरपोर्ट पर पैर से दबा सकेंगे लिफ्ट की बटन

एयरपोर्ट पर यात्री कम से कम चीजों को हाथ से छुए, इसका ध्यान रखते हुए लिफ्ट में भी बदलाव किए गए है। अब लिफ्ट के बटन को पैरों से दबाकर भी संचालित किया जा सकता है। पैर से संचालित होने वाली यह लिफ्ट हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैयार की गई है।

- एयरब्रिज पर सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिए हुई मार्किंग

विमान में प्रवेश के लिए कतारों में लगे यात्रियों के बीच सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन कराने के लिए एयरोब्रिज में मार्किंग की गई है। विमान में प्रवेश करते समय दो यात्रि‍यों के बीच 1 मीटर से अधिक की दूरी होगी। यात्री यह दूरी भूले नहीं, इसके लिए रेड मार्क भी लगाए गए हैं। कुछ यही स्थिति बस गेट पर भी होगी। बस गेट से एयरक्राफ्ट तक ले जाने वाली बसों में भी सोशल डिस्‍टेंसिंग की व्‍यवस्‍था की गई है।

- ट्रॉली और बैगेज को डिसइंफेक्‍ट करने के खास व्‍यवस्‍था

एयरपोर्ट पर सबसे पहले किसी भी यात्री के संपर्क में बैगेज ट्राली आती है। बैगेज ट्रॉली के जरिए संक्रमण न फैले, इसके लिए डिसइंफेक्‍शन टनल बनाई गई है। इसी तरह, हवाई यात्रा के बाद आने वाले सामान को संक्रमण से मुक्‍त करने के लिए बैगेज बेल्‍ट में ही डिसइंफेक्‍शन यूनिट लगा दी गई है।

- हवाई यात्रा पूरी होने के बाद भी होगी स्‍क्रीनिंग

हवाई यात्रा पूरी करने के लिए बाद जब आप अपने गंतव्‍य एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे, तब वहां भी आपकी स्‍क्रीनिंग की जाएगी। मंत्रालय ने अपनी एसओपी में क्‍वारंटाइन रह चुके यात्रियों के लिए अलग प्रावधान तय किए हैं। साथ, बुखार, खांसी जैसे अन्‍य लक्षण दिखने पर आपको हवाई यात्रा से रोका भी जा सकता है।

- SHA में बैठने के लिए होगी विशेष व्‍यवस्‍था

सिक्‍योरिटी होल्‍ड एरिया (SHA) में मुसाफिरों के बैठने के लिए भी नए सिरे से व्‍यवस्‍था की गई है। एसएचए में मौजूद बहुत सी सीट पर नो-यूज के स्‍टीकर लगा कर यात्रियों को उनके उपयोग से रोका गया है। मंत्रालय की कोशिश है कि एयरपोर्ट पर यात्री किसी भी सूरत में एक दूसरें के नजदीक न बैठे। सभी यात्री सफर के दौरान सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करें।

आपको बता दे, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 12 हजार 645 हो गई है। 3 दिन पहले ही यह संख्या एक लाख के पार पहुंची थी। इस हफ्ते मरीजों के बढ़ने की रफ्तार पहले से तेज हुई है। यह हर 2 दिन में 8 हजार से बढ़कर 10 हजार पर पहुंची है। 15 मई को संक्रमितों की संख्या 85 हजार 855 थी, जो 17 मई को 95 हजार 698 हो गई। 19 मई को यह आंकड़ा 1 लाख 6 हजार 480 पर पहुंच गया। अब हर दिन औसतन ढाई हजार मरीज ठीक भी हो रहे हैं। बीते सात दिन में 19 हजार मरीज ठीक हुए हैं। बुधवार को 5547 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2161 मरीज बढ़े। इसके बाद तमिलनाडु में 743, दिल्ली में 534, गुजरात में 398, मध्यप्रदेश में 270 मरीज मिले हैं।