कोरोना का कहर चीन से ज्यादा इटली में, मृतकों की संख्या 3400 के पार

चीन के वुहान से फैला कोरोना वायरस दुनियाभर में 10 हजार लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। भारत, अमेरिका सहित यूरोपीय देश इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। वायरस के प्रकोप का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इटली में मृतकों का आंकड़ा चीन से ज्यादा हो गया है। इटली में कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 3405 लोगों की मौत हो गई है जबकि चीन में मृतकों की संख्या 3100 के करीब है। इटली में मृतकों की संख्या चीन से ज्यादा हो गई है। फ्रांस सहित यूरोप के अन्य देश भी इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक एवं सरकारें इस वायरस से लड़ने का टीका विकसित करने के लिए दिन रात प्रयास कर रही हैं लेकिन अभी इसके इलाज के लिए वैक्सीन बनाने में उन्हें सफलता नहीं मिली है।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के प्रकोप के लिए एक बार फिर चीन को निशाने पर लिया है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ह्वाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि दुनिया भर में कोरोना वायरस की चपेट में आने से 10,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन ने यदि इस वायरस को वुहान में रोक लिया होता तो दुनिया को इस महामारी का सामना नहीं करना पड़ता। बता दें कि चीन के शहर वुहान से ही इस वायरस से संक्रमण की शुरुआत हुई। इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि हम चीन से आए वायरस को हराने के लिए अपना प्रयास जारी रखे हुए हैं। इस वायरस के पैदा होने वाले शहर वुहान में इस पर रोक लगाई जा सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस वायरस से पूरी दुनिया परेशान है।

अमेरिका में इस वायरस का असर बड़े पैमाने पर हुआ है। गुरुवार तक यहां कोरोना वायरस से संक्रमण के 13,100 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले कुछ दिनों में वायरस से संक्रमण मामलों में तेजी आई है। इस वायरस की संक्रमण की चपेट में आने से करीब 170 लोगों की मौत हो गई है।

22 मार्च को भारत में 'जनता कर्फ्यू'

भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 209 हो गई है। जबकि पांच लोगों की मौत हो गई है। देश में फैलते कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात 8 बजे के अपने संबोधन में लोगों से 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' लगाने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू। उन्‍होंने देशवासियों से अपील की कि वह रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घर ही रहें। लोग घरों से बाहर ना निकलें। उन्‍होंने अपील की कि 10 साथियों को जनता कर्फ्यू के बारे में बताएं। रविवार को शाम 5 बजे सायरन बजाया जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, 'मैं देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। ये सप्लाई कभी रोकी नहीं जाएगी। देशवासी जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं।'

- पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में सरकार ने एक COVID-19-Economic Response Task Force के गठन का फैसला लिया है।

- पीएम मोदी ने कहा, 'आपसे मैंने जब भी जो भी मांगा है। मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया है। मैं 130 करोड़ देशवासियों से आपसे, कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए। आपका आने वाला कुछ समय चाहिए। प्यारे देशवासियों अभी तक विज्ञान कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ निश्चित उपाय नहीं सोच पाया है। न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी स्वाभाविक है। आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे। इस तरह की वैश्विक महामारी में एक ही मंत्र काम करता है- 'हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ'।

- पीएम मोदी ने कहा, 'संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें। हो सकता है आने वाले दिनों में ये लोग दफ्तर न आ पाएं, आपके घर न आ पाएं। ऐसे में उनका वेतन न काटे, पूरी मानवीयता और संवेदनशीलता के साथ फैसला लें। हमेशा याद रखिएगा कि उन्हें भी अपना परिवार चलाना है, परिवार को बीमारी से बचाना है।'