कोरोना वायरस : विदेश में रहने वाले 90,000 लोगों ने बढ़ा दी पंजाब सरकार की टेंशन

दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस की वजह से पंजाब के करीब 90,000 लोग, जो विदेश में रह रहे थे वे वापिस भारत पहुंच चुके है। ऐसे में राज्य सरकार इन सभी की जांच करना चाहती है। राज्य में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने केंद्र से 150 करोड़ रुपये का स्पेशल पैकेज मांगा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को लिखे पत्र में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने लिखा कि पंजाब में देश के एनआरआई की सबसे संख्या है और उनमें से सिर्फ 90,000 इस महीने प्रदेश में आ गए हैं। अधिकांश में COVID-19 के लक्षण हैं और लोगों के बीच बीमारी फैला रहे हैं। कोरोना वायरस रोगियों की संख्या खतरनाक रूप से बढ़ती जा रही है। अब तक, 23 लोगों पॉजिटिव पाए गए हैं। उनमें से एक की मृत्यु हो गई है। माना जा रहा है कि देश वापस लौटे 90,000 लोगों में से कई लोग कोरोना वायरस के पॉजिटिव हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पंजाब में आंकड़े में बहुत ज्यादा वृद्धि होने की आशंका है।

प्रदेश पर बड़ा दबदबा शुरू हो गया है, दो दिन पहले सभी सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया और लोगों और सामानों की आवाजाही पर प्रतिबंध की घोषणा की। पंजाब में कर्फ्यू की घोषणा करने वाला पहला राज्य बन गया और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। लॉकडाउन के बावजूद लोगों को जरूरी समानों को प्राप्त करने की बाहर जाने की अनुमति दी गई है। कर्फ्यू के दौरान नागरिकों को सड़कों या सार्वजनिक स्थानों पर नहीं देखा जा सकता है। अगर वे दिखे गए तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है या जुर्माना लगाया जा सकता है।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘मुख्य सचिव एवं डीजीपी के साथ मिलकर हालात की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने बिना किसी ढील के पूर्ण रूप से कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा की है।’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘लोग अब भी बड़ी संख्या में घरों से निकल रहे थे इसलिए कर्फ्यू लागू किया गया। इसका मकसद लोगों को घरों में रखना है।’

प्रवक्ता ने बताया कि उपायुक्तों को आवश्यक आदेश देने को कहा गया है। प्रवक्ता ने कहा कि यदि कोई प्रतिबंध से छूट चाहता है तो उसे एक तय अवधि और काम के लिए यह छूट दी जाएगी।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि पिछले कुछ दिनों में, हमने घरेलू क्वारंटीन के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। जो भी उपाय किए जा रहे हैं, वे सभी की भलाई के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं कि हर कोई सहयोग कर रहा है, कुछ सुरक्षा उपायों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं, मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। राज्य में कर्फ्यू उल्लंघन के लिए 48 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें से, सबसे अधिक 26 मामले चंडीगढ़ के पास मोहाली से थे।