युगांडा में कोरोना रिकवरी रेट 90 फीसदी, 23 जुलाई को हुई थी पहली मौत

पूरी दुनिया कोरोना के कहर से परेशान हैं और कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हैं। हांलाकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही हैं। लेकिन एक समय पर ज्यादा एक्टिव केस होने पर हॉस्पिटल व्यवस्था चरमराने का डर बना रहता हैं। ऐसे में रिकवरी रेट का बढ़ना बहुत जरूरी हैं। ऐसे में अफ्रीका का ऐसा देश जो अपनी गरीबी के लिए विश्वभर में लोकप्रिय है वह कोरोना को लेकर अभी बेहतर स्थिति में हैं। हम बात कर रहे हैं युगांडा की जहाँ कोरोना का रिकवरी रेट 90 फीसदी है। पूरी दुनिया में दिसंबर से शुरू हुए कोरोना से युगांडा में पहली मौत 23 जुलाई को हुई।

युगांडा में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,079 से ज्यादा है लेकिन इसमें भी 975 से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। युगांडा की सीमा पूर्व में केन्या, उत्तर में सूडान, पश्चिम में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, दक्षिण पश्चिम में रवांडा और दक्षिण में तंजानिया में मिलती है। युंगाडा की गरीबी की बात करें तो देश की एक तिहाई जनसंख्या अंतरराष्ट्रीय गरीबी रेखा यानि कि दो डॉलर प्रतिदिन से नीचे अपनी जीवन चलाती है। इतनी गरीबी होने के बाद युगांडावासी अपनी गर्मजोशी और मेहमान नवाजी के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। युगांडावासी प्रकृति से उतना ही प्रेम करते हैं जितना इंसानों से करते हैं। युगांडावासियों की खास चार बातें हैं जो उन्हें दुनिया के बाकी लोगों से अलग करती हैं।