कोरोना वायरस : इस राज्य ने तैयार किए 'कोरोना कमांडो', कहीं भी पहुंचकर कर सकेंगे इलाज

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से दुनिया की करीब 1 लाख आबादी प्रभावित है और इस वायरस की वजह से अब तक 3400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भारत में भी कोरोना वायरस के 42 मामले सामने आ चुके है। सोमवार सुबह 3 साल के बच्चे में कोरोना वायरस से लक्षण पाए गए हैं। ये बच्चा केरल का है, जो कि अपने परिवार के साथ इटली से वापस लौटा था। बता दें कि केरल में पिछले 36 घंटे में एक साथ कोरोना के पांच मामले सामने आए है। वहीं, कोरोना वायरस से ग्रस‍ित मरीज के इलाज के लिए उत्तर प्रदेश का एक हॉस्प‍िटल एक महीने से 'कोरोना कमांडो' तैयार कर रहा है। यह कमांडो कहीं भी जाकर कोरोना वायरस से ग्रस‍ित मरीज का इलाज कर सकते हैं।

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आज तक की खबर के अनुसार लखनऊ में कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए केजीएमसी ने नई पहल की है। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी डिपार्टमेंट ने डॉक्टरों की एक क्विक रिस्पांस रेस्क्यू टीम यानी QRRT तैयार की है। ये टीम पिछले एक महीने से कोरोना वायरस के पेशेंट को कैसे राहत दी जाए इस पार काम कर रही है। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी डिपार्टमेंट, जिसमें भारत का बेस्ट आईसीयू है और सबसे मॉर्डन तकनीक है, वहां के एचओडी वेद प्रकाश ने डॉक्टरों की एक टीम तैयार की हैं। इस टीम के डॉक्टर को 'कोरोना कमांडो' नाम दिया गया है जिनके पास कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इंटरनेशनल उपकरण मौजूद हैं। इनके पास भारत का सबसे बड़ा आईसीयू यूनिट है ज‍िसके पास वह सारी मशीन एक बेड पर मौजूद है जो कोरोना वायरस से लड़ने के लिए और मरीज को आइसोलेशन में रख कर ठीक करने में मदद करती है।

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यहां तक क‍ि अगर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार को डॉक्टरों की टीम की जरूरत पड़ती है तो कोरोना कमांडो की टीम वहां जाकर भी इलाज कर सकती है। इसके लिए सभी कमांडो को वेल ट्रेंड किया गया है। इन्हें एचओडी वेदप्रकाश ने खुद ट्रेंड किया और अब ये कमांडो दूसरे अन्य अस्पतालों से आए डॉक्टरों को लगातार ट्रेनिंग दे रहे हैं जिससे वह कोरोना वायरस से तुरंत लड़ सकें।

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डॉक्टर वेद प्रकाश के मुताब‍िक, यह टीम पिछले एक महीने से सरकारी अस्पताल सहित कई लोगों को कमांडो ट्रेनिंग दे चुके हैं। उनको इस बात की ट्रेनिंग दी गई है क‍ि अगर कोरोना वायरस का मरीज आता है तो सबसे पहले क्या चीज यूज करेंगे और कैसे इसको आइसोलेशन में रख कर ट्रीटमेंट करेंगे।

इस ट्रेनिंग कैंप यानी हॉस्पिटल में हर वो हथियार यानी उपकरण मौजूद है जो कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मौजूद है। यहां डॉक्टर वेद प्रकाश ने बेड पर रखी हुई डमी से मशीनों का प्रैक्ट‍िकल करके दिखाया और सभी मशीनों का उपयोग करके दिखाया। यही नहीं, यह भी बताया क‍ि कैसे हम ट्रेनिंग देकर डॉक्टरों को मजबूत कर रहे हैं।