दानिश अली पर भारी पड़ी कांग्रेस की सहानुभूति, मायावती ने दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश के अमरोहा से अपने सांसद दानिश अली को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी का कहना है कि सांसद पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। गौर करने की बात यह है कि दानिश अली पिछले दिनों रमेश बिधुड़ी के संसद में दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद सुर्खियों में आए थे।

बसपा ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि सांसद दानिश अली ऐसी गतिविधियों में शामिल थे जिन्हें पार्टी विरोधी माना गया और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पत्र में लिखा है, आपको (दानिश अली) को कई बार मौखिक तौर पर बताया गया है कि आप पार्टी की नीतियों, विचारधारा एवं अनुशासन के विरुद्ध जाकर कोई भी बयानबाजी आदि ना करें। लेकिन इसके बाद भी आप पार्टी के विरुद्ध जाकर काम करते रहे हैं। आपको पार्टी ने अमरोहा से चुनाव जिताकर संसद में भेजा लेकिन आपने पार्टी के विरुद्ध जाकर कई फैसले किए हैं इसलिए आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित किया जाता है।

बीएसपी ने कई बार दानिश अली को हिदायत दी थी और कहा था कि पार्टी उनके मुद्दे पर उनके साथ है, बावजूद दानिश अली लगातार कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई दे रहे थे और कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी थी। उन्हें निकाले जाने की सबसे बड़ी वजह यही बताई जा रही है।

राहुल गांधी ने की थी दानिश अली से मुलाकात

ज्ञातव्य है कि बसपा सांसद दानिश अली पर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के आपत्तिजनक बयान से सियासत गरमा गई थी। बिधूड़ी के बयान की चौतरफा आलोचना के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सितंबर में दानिश अली से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी भी थे।

दानिश ने भी राहुल से मुलाकात के बाद भावुक होते हुए कहा कि उन्हें राहुल से मिलकर लगा कि वह अकेले नहीं हैं। राहुल मेरा हौसला बढ़ाने यहां आए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि इन बातों को अपने दिल से मत लगाना और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना। मुझे उनकी बातों से राहत मिली और अच्छा लगा कि मैं अकेला नहीं हूं।

क्या था पूरा मामला जानिये

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में चंद्रयान-3 की चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजक शब्दों का प्रयोग किया था। विवाद बढ़ने पर भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा था कि आखिर उनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई क्यों नहीं करे? उन्हें पार्टी की अनुशासन समिति को 15 दिन में नोटिस का जवाब देना था।

वहीं, यह भी सामने आया था कि दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर को चिट्टी लिखकर रमेश बिधूडी की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। कांग्रेस ने मांग की थी कि बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। रमेश बिधूड़ी से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बात की थी। रमेश बिधूड़ी के मामले को बड़ी गंभीरता से लेते हुए स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए रमेश बिधूडी को चेतावनी भी दी थी कि भाषा की मर्यादा का ध्यान रखें। बिधूड़ी के इस बयान की तमाम विपक्षी दलों ने आलोचना की थी।