कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख की नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह अब उनके भी बॉस हैं। सोनिया गांधी ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस के कार्यकर्ता व नेता, राहुल गांधी के साथ उसी समर्पण के साथ काम करेंगे, जिस तरह से उन्होंने उनके साथ 19 साल के कार्यकाल में काम किया।
उन्होंने कहा, "हमने आपकी तरफ से व अपनी तरफ से नए कांग्रेस अध्यक्ष को चुना है। मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। वह अब मेरे भी बॉस हैं। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए और मैं जानती हूं कि आप सभी उसी समर्पण, उत्साह व वफादारी के साथ काम करेंगे, जिस तरह से मेरे साथ काम किया था।"
कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन ने यह भी कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के पुनरुत्थान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
राहुल गांधी ने दिसंबर 2017 में पार्टी की बागडोर संभाली।कांग्रेस पार्टी के 2017 में गुजरात विधानसभा चुनावों व जनवरी में राजस्थान उपचुनावों में अच्छे प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी कर्नाटक विधानसभा के आगामी चुनावों में सत्ता बरकरार रखेगी।
उन्होंने पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को गुजरात व राजस्थान चुनावों के लिए बधाई दी।सोनिया ने कहा, "मुझे भरोसा है कि हम उनके नेतृत्व में पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। यह प्रक्रिया शुरू हो गई है।" उन्होंने कहा, "हमने गुजरात की कठिन परिस्थितियों में सराहनीय प्रदर्शन किया और हाल में हुए राजस्थान के उपचुनावों में बड़ी सफलता पाई। यह दिखाती है कि बदलाव की हवा आ रही है।"
सोनिया ने कहा, "मुझे यकीन है कि बहुत जल्द ही कर्नाटक के चुनाव परिणाम भी कांग्रेस के पुनरुत्थान को रेखांकित करेंगे।" गुजरात विधानसभा के चुनाव राहुल गांधी के पार्टी की कमान संभालने के कुछ दिनों बाद हुए थे। कांग्रेस ने 182 सीटों वाली विधानसभा में 80 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस का यह तीन दशकों में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा।
राजस्थान उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी ने अलवर व अजमेर की दो लोकसभा सीटों व मंडलगढ़ की विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की।