अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली BJP सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी : प्रियंका गांधी

देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार द्वारा लिए फैसलों पर सहयोगी और विपक्षी दलों के नेता सवाल उठा रहे है। दरहसल, 2019-20 की पहली तिमाही के लिए विकास दर 5 फीसदी पर पहुंच गई है, जो कि पिछले 6 सालों में सबसे कम है। देश की विकास दर में गिरावट दर्ज हुई है। पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में ग्रोथ 7.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी रही है। वहीं फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर में 5।9 फीसदी की ग्रोथ रही। कुछ सेक्टर जो बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं उनमें ऑटोमोबाइल, विनिर्माण और रियल एस्टेट सेक्टर शामिल हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की किसी एक तिमाही में सबसे सुस्‍त रफ्तार है। करीब 7 साल पहले यूपीए सरकार में किसी एक तिमाही में जीडीपी के आंकड़े इस स्‍तर पर पहुंचे थे। वित्‍त वर्ष 2012-13 की पहली तिमाही में जीडीपी के आंकड़े 4.9 फीसदी के निचले स्‍तर पर थे।

बहरहाल, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि GDP विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न GDP ग्रोथ है न रुपये की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा भूल जाओ 5 ट्रिलियन इकोनॉमी

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि केवल साहस या केवल ज्ञान से ही अर्थव्यवस्था को नहीं बचा सकते हैं। इसके लिए दोनों की जरूरत है। आज हमारे पास दोनों में से कोई भी नहीं है।

बता दें कि NSO के जारी आंकड़ों के अनुसार पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है। पहले चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी 7 फीसदी रहने का अनुमान रखा गया था। एक साल पहले इसी तिमाही में जीडीपी की दर 8 फीसदी थी। यानी एक साल में पूरे तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।