UP: अमेठी और रायबरेली को लेकर पेशोपेश में कांग्रेस, तय नहीं कर पा रही प्रत्याशी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने लोकसभा की सभी सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अभी तक ऐसा करने में सफल नहीं हो पा रही है। कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं के चलते पार्टी ऐसा नहीं कर पा रही है। कभी कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले उत्तरप्रदेश के अमेठी और रायबरेली सीट से कांग्रेस अपने किसी भी उम्मीदवार को तय नहीं कर पायी है। इन दो प्रमुख सीटों पर सभी प्रमुख दलों की निगाहें लगी हुई हैं।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस ये समझ नहीं पा रही कि अपने पुराने गढ़ों अमेठी और रायबरेली से किसे टिकट दिया जाए। अमेठी से 2014 तक राहुल गांधी लोकसभा चुनाव जीतते रहे। 2019 में हुए चुनाव में अमेठी पर भाजपा ने अपना कब्जा जमाने में सफलता प्राप्त की। जबकि, रायबरेली से सोनिया गांधी 2019 तक लोकसभा पहुंचती रही हैं। सोनिया गाँधी इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ रही हैं। उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा सीट प्राप्त की है। वहीं, दूसरी ओर राहुल गांधी ने सिर्फ केरल की वायनाड सीट से नामांकन दाखिल किया है। हालांकि कहा जा रहा है कि वायनाड सीट पर दूसरे चरण की वोटिंग के बाद राहुल गांधी अमेठी सीट से भी परचा दाखिल कर सकते हैं।

अमेठी लोकसभा सीट पर 20 मई को वोटिंग होनी है। पांचवें दौर के मतदान में इस सीट पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। भाजपा की तरफ से यहां एक बार फिर स्मृति इरानी ही उम्मीदवार हैं। स्मृति इरानी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर राहुल गांधी को हराया था। राहुल गांधी पिछली बार वायनाड सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच सके थे। वहीं, सोनिया गांधी कांग्रेस की तरफ से यूपी में जीतने वाली अकेली प्रत्याशी रही थीं। अमेठी से अगर राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं, तो रायबरेली से किसे कांग्रेस उतारेगी? यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

कहा जा रहा है कि सोनिया गाँधी ने अपनी रायबरेली वाली सीट अपनी बेटी प्रियंका गाँधी वाड्रा के लिए खाली छोड़ी है। कांग्रेस चाहती है कि लोकसभा चुनाव 2024 से प्रियंका गाँधी राजनीति के मैदान में उतरें।

गौरतलब है कि दो दिन पूर्व सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का एक बयान मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि अमेठी और रायबरेली के मतदाता चाहते हैं कि इन सीटों से गाँधी परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव लड़ना चाहिए। रॉबर्ट वाड्रा का यह भी कहना था कि खुद लोकसभा चुनाव में उतरने से पहले वो चाहते हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचें। अब सबकी नजर इस पर है कि अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस कब उम्मीदवार घोषित करती है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा लगातार ये दावा करती रही है कि अमेठी के अलावा रायबरेली सीट पर भी इस बार कांग्रेस लोकसभा चुनाव हार जाएगी। भाजपा का दावा है कि इस बार उत्तरप्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर उसे और सहयोगी दलों को ही जीत मिलने जा रही है।