मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने 4 और घोषित उम्मीदवारों को बदला, अब तक 7 सीटों पर किया बदलाव

भोपाल। मध्य प्रदेश में कई सीटों पर बगावत और नाराजगी झेल रही कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर आ गई है। कांग्रेस ने बुधवार को एक और सूची जारी करते हुए चार सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए हैं। कांग्रेस ने सुमावली, पपिरिया, बड़नगर और जावरा सीट के उम्मीदवारों में बदलाव किए हैं। इन सीटों पर पहले घोषित उम्मीदवारों को हटाकर नए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है।

इन सभी सीटों पर पहली लिस्ट में उम्मीदवार घोषित किए गए थे। सुमावली सीट पर अब अजब सिंह कुशवाहा को टिकट दिया गया है, जबकि पहले कुलदीप सिकरवार को प्रत्याशी बनाया गया था। पिपरिया (एससी) सीट पर गुरु चरण खरे का टिकट कट गया है। अब उनकी जगह पार्टी ने वीरेंद्र बेलवंशी को उम्मीदवार बना दिया है।

बड़नगर सीट पर पार्टी ने अब मुरली मोरवाल को उतारने का फैसला किया है। यहां पहले राजेंद्र सिंह सोलंकी को टिकट दिया गया था। जावरा सीट पर बदलाव करते हुए अब वीरेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया गया। पहले हिम्मत श्रीमल को टिकट दिया गया था।

टिकट की घोषणा के बाद अंतरकलह का सामना कर रही कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम नहीं हो रही थी लगातार कांग्रेस के विधानसभा चुनाव के दावेदार वरिष्ठ नेताओं से मिलकर टिकट बदलने की मांग कर रहे थे ऐसे में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से जो टिकट जारी किए गए उन सीटों में चार सीटों को लेकर फैसला सामने आया है जहां कांग्रेस प्रत्याशियों को बदल दिया गया है।

बीते दिन बदले थे तीन प्रत्याशी

इससे पहले बीते दिनों तीन प्रत्याशी बदले गए थे। कांग्रेस ने तीसरी सूची में बदलाव करते हुए कमलनाथ सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे नर्मदा प्रसाद प्रजापति को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ राजेंद्र भारती और पिछोर से जहां से शैलेंद्र सिंह की जगह अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है।

क्यों बदलाव को मजबूर हुई कांग्रेस

दरअसल, इन सीटों पर उम्मीदवारों के ऐलान के बाद से पार्टी को अपनों की नाराजगी और बगावत का सामना करना पड़ रहा था। छिंदवाड़ा से आने वाले गुरुचरण खरे को पिपरिया से उतारते ही उनका विरोध शुरू हो गया था। वहीं, सुमावली से टिकट कटने के बाद कांग्रेस नेता अजब सिंह कुशवाहा तो इतने नाराज हो गए कि उन्होंने बसपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। अब पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया है। इसी तरह जावरा में भी श्रीमाल का विरोध हो रहा था।

भाजपा के सामने भी चुनौती

कांग्रेस ने इससे पहले तीन बार में प्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए थे। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत सभी 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना तीन दिसंबर को की जाएगी। कांग्रेस की तरह भाजपा को भी कई सीटों पर नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी नाराज नेताओं को मनाने में जुटी हुई है।