हिमाचल: मंडी सीट पर बड़ा दांव चल सकती है कांग्रेस, प्रतिभा सिंह के स्थान पर विक्रमादित्य को लड़ा सकती है चुनाव

मंडी। देश भर में भाजपा की लोकप्रियता ने कांग्रेस के सामने बड़ी दुविधा पैदा कर दी है। वह लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने प्रत्याशियों का चयन नहीं कर पा रही है। उत्तरप्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट के बाद कांग्रेस के लिए हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी का चयन करना सिरदर्द बना हुआ है। मंडी से भाजपा से अभिनेत्री कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा जहाँ यहाँ अपनी जीत सुनिश्चित मानकर चल रही है, वहीं कांग्रेस किसी ऐसे प्रत्याशी को तलाश रही है जो मुकाबले में कंगना रनौत को तगड़ी टक्कर दे सके।

हिमाचल में मंडी सीट पर कांग्रेस बड़ा दांव चल सकती है। कंगना रनौत के खिलाफ पार्टी विक्रमादित्य सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस चाहती थी कि मंडी से वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह फिर से चुनाव लड़ें, लेकिन मंडी सीट के सर्वे में विक्रमादित्य सिंह के आंकड़े बेहतर थे। सर्वे में यह भी सामने आया कि युवा वोटरों के बीच विक्रमादित्य सिंह ही कंगना को टक्कर दे पाएंगे।
सुक्खू सरकार की स्थिरता पर संकट के कारण पार्टी दुविधा में थी लेकिन बाद में तय किया गया कि कंगना के सामने प्रतिभा सिंह के बेटे और सुक्खू सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ेंगे। अगर विक्रमादित्य सिंह चुनाव जीत गए तो उनकी सीट से प्रतिभा सिंह विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी।

साल 2014 और साल 2019 में यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पंडित रामस्वरूप शर्मा ने जीत हासिल की थी। साल 2014 में प्रतिभा सिंह रामस्वरूप शर्मा के खिलाफ चुनाव हार गई थी। इसके बाद साल 2019 का चुनाव प्रतिभा सिंह ने यहां से नहीं लड़ा। उनकी जगह पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा को कांग्रेस ने टिकट दी, लेकिन वह भी जीत हासिल नहीं कर सके।

पंडित रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद यहां उपचुनाव हुआ और उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल कर ली। प्रतिभा सिंह की जीत में तत्कालीन भाजपा सरकार की एंटी इनकंबेंसी के अलावा वीरभद्र सिंह के निधन की भावनात्मक लहर भी थी।

मंडी संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं। वह खुले मंच से चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी हैं। प्रतिभा सिंह का कहना है कि पार्टी उन्हें सिर्फ मंडी संसदीय क्षेत्र तक सीमित न रखें। उन्हें चारों लोकसभा क्षेत्र के साथ छह विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जीत के लिए भी ध्यान देना है। हालांकि प्रतिभा सिंह ने बाद अपने कथन से यूटर्न लेते हुए यह स्पष्ट किया था कि अगर पार्टी आलाकमान कहेगा, तो वह चुनाव लड़ेंगी। प्रतिभा सिंह के चुनाव न लड़ने की स्थिति में विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ सकते हैं।

कांग्रेस के अंदरूनी सर्वे के मुताबिक विक्रमादित्य सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय प्रत्याशी हैं। विक्रमादित्य सिंह मौजूदा वक्त में शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और सरकार में लोक निर्माण मंत्री विभाग के साथ विकास विभाग का भी जिम्मा संभाल रहे हैं।