गुजरात चुनाव के लिए सक्रिय हुई कांग्रेस, पर्यवेक्षकों की सूची जारी, राजस्थान कांग्रेस के 11 नेता शामिल

जयपुर। गुजरात में लंबे समय से सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस इस बार भाजपा का गढ़ भेदने के लिए जी जान से जुटी है। गुजरात में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद अब पार्टी का फोकस संगठन को मजबूत करना है। राष्ट्रीय अधिवेशन में जिलाध्यक्ष को संगठन की रीढ़ बताते हुए पार्टी ने अब गुजरात में जिलाध्यक्षों को मजबूत करने का फैसला लिया है। इसके लिए जिलाध्यक्ष शक्तिकरण कार्यक्रम 15 अप्रैल से शुरू किया जा रहा है। एआईसीसी ने इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों और प्रदेश पर्यवेक्षकों की एक सूची जारी की है, जिसमें 43 केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ ही 7 सहयोगी पर्यवेक्षक और 183 प्रदेश ऑब्जर्वर बनाए गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने पर्यवेक्षकों की सूची जारी की है।

राजस्थान कांग्रेस के 11 नेताओं को भी बनाया केंद्रीय पर्यवेक्षक

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने गुजरात में संगठन को मजबूत करने के लिए राजस्थान कांग्रेस के 11 नेताओं को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है। इनमें पूर्व मंत्री हरीश चौधरी, राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, भजनलाल जाटव, हरीश मीणा, कुलदीप इंदौरा, विधायक अर्जुन बामनिया, विधायक अमीन कागजी, इंदिरा मीणा, पूर्व विधायक धीरज गुर्जर, बाबूलाल नागर और राजकुमार मीणा को पर्यवेक्षक बनाया गया है।

गौरतलब है कि, 2027 में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। राहुल गांधी ने खुद गुजरात विधानसभा चुनाव की कमान संभाली है और इसके लिए बाकायदा गुजरात के दौरे भी कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष की रायशुमारी और चयन को लेकर 15 अप्रैल को अरावली जिले के मोडासा में होने वाली केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। केंद्रीय पर्यवेक्षको का काम योग्य नेताओं की रायशुमारी कर जिलाध्यक्ष के लिए पार्टी हाईकमान को भेजना है। इसके बाद ही जिलाध्यक्षों का चयन होगा। राहुल गांधी खुद भी कह चुके हैं कि प्रत्याशी चयन में इस बार जिलाध्यक्षों की अहम भूमिका रहेगी। संभावित प्रत्याशियों की रायशुमारी ग्रास रूट से आएगी।