ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत के पास दूसरा स्वर्ण पदक आ गया। भारतीय वेटलिफ्टर संजीता चानू ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। मीराबाई ने 53 किलोग्राम की कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने स्नैच राउंड में पहले प्रयास में 81 किलोग्राम का वजन उठाया, दूसरे प्रायस में 83 किलोग्राम, जबकि तीसरे प्रयास में संजीता ने 84 किलोग्राम का वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड बना दिया है। 53 किलोग्राम की कैटेगरी में स्नैच में यह अब तक का सबसे अधिक वजन है। इस तरह से भारत के खाते में तीन मेडल आ चुके हैं। तीनों ही मेडल वेटलिफ्टिंग में हासिल हुए हैं। पहला गोल्ड मेडल पहले दिन मीराबाई चानू ने और गुरुराज ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया था। वहीं, दूसरे दिन संजीता ने भारत को गोल्ड दिलाया। अब तक के मुकाबले में भारत ने दो गोल्ड और एक सिल्वर पदक हासिल किए है। इसके साथ ही भारत अब मेडल सूची में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है।
वहीं, क्लीन एंड जर्क के मुकाबले में भारत की संजीता चानू ने पहले ही प्रयास में 104 किलोग्राम का वजन उठाया। दूसरे प्रयास में 108 और तीसरे प्रयास में भारत की संजीता ने 112 किलोग्राम का वजन उठाया, लेकिन नाकाम रही। इसी के साथ संजीता चानू ने कुल 192 किलोग्राम वजन के साथ गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रही। उन्होंने पीएनजी की लोआ डिका को मात दी।
बता दें कि गोल्ड कोस्ट के करारा स्टेडियम में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन भारतीय एथलीटों का शानदार प्रदर्शन रहा। भारत को वेटलिफ्टिंग में दो पदक मिले। दूसरे दिन भी संजीता चानू ने भारत का सम्मान बढ़ाया और देश को गोल्ड मेडल दिलाने में सफल रही।
याद हो कि पिछले कॉमनवेल्थ खेलों में 48 किलोग्राम की कैटेगरी में गोल्ड और सिल्वर दोनों ही मेडल भारत के नाम रहे थे। उस समय महज 20 साल की उम्र में संजीता चानू ने भारत की ही मीराबाई चानू को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
बता दें कि बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के क्ववींसलैंड के गोल्ड कोस्ट में आयोजित ओपनिंग सेरेमनी के आखिरी दौर में प्रिंस चार्ल्स के आधिकारिक रूप से ऐलान के साथ ही 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का ऑफिशियली आगाज हो गया। खेल प्रतिस्पर्धाओं की शुरुआत आज से हुई। और भारतीय खिलाड़ी लगातार अपनी कोशिशों से भारत के लिए मेडल जीत रहे हैं।