गोल्डकोस्ट में भारत का 11 दिन का सफर, 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य सहित कुल 66 पदक जीते

गोल्ड कॉस्ट में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन रविवार की शुरुआत भी बेहतरीन रही। भारत का 11 दिन का सफर सिल्वर मेडल से शुरू होकर सिल्वर पर खत्म हो गया। 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा। भारतीय दल ने 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य सहित कुल 66 पदक जीते। कुल पदकों के लिहाज से भारत का राष्ट्रमंडल खेलों में ये तीसरा सबसे सफल प्रदर्शन है। भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे सफल प्रदर्शन साल 2010 में किया था। इसमें भारत ने 38 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 101 पदक जीते थे। वहीं भारत ने साल 2002 में मैनचेस्टर में आयोजित खेलों में 30 स्वर्ण पदक सहित कुल 69 पदक जीते थे।

आज आखिरी दिन रविवार को महिला एकल बैडमिंटन के निर्णायक मुकाबले में साइना नेहवाल ने देश की नंबर एक खिलाड़ी और ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु को 21-18, 23-21 से शिकस्त दी और गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया, वहीं पीवी सिंधु को सिल्वर से संतोष करना पड़ा। साइना के इस गोल्ड के साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सुनहरा सफर समाप्त हुआ। भारत के खाते में कुल 66 मेडल आए, जिसमें 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज शामिल हैं। इसी के साथ मेडल्स टैली में भारत तीसरे स्थान पर रहा। वहीं, 88 साल के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
इसके अलावा बैडमिंटन के पुरुष डबल्स मुकाबलों में सात्विक रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने सिल्वर मेडल पर कबजा जमाया। इस जोड़ी को फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के जोड़ी मार्क एलिस और क्रिस लैंगरिज के हाथों 21-13, 21-16 से करारी हार मिली। इसके अलावा किदंबी श्रीकांत ने मेन्स सिंगल्स बेडमिंटन के फाइनल मुकाबले में सिल्वर मेडल जीता है। उन्हें मलेशिया के ली चोंग वेई के हाथों 21-19,14-21 और 14-21 से करारी मात मिली।

वहीं, स्क्वॉश विमेंस डबल्स के फाइनल मुकाबले में दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनप्पा की जोड़ी ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। इस जोड़ी को न्यूजीलैंड की जोड़ी जोले किंग और अमांडा लेंडर्स के हाथों 9-11 और 8-11 से हार मिली। वहीं, ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुई मिक्स डबल्स की जंग में मनिका बत्रा-जी साथियान की जोड़ी ने बाजी मारी और अचंत शरत कमल-मौमा दास की जोड़ी को 3-0 से मात दी। मनिका बत्रा-जी साथियान की जोड़ी ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को आखिरी राउंड में 4-11 से शिकस्त दी। इसके अलावा टेबल टेनिस में देश के शरत अचांता ने मेंस सिंगल कैटेगरी में ब्रॉन्ज जीता। उन्होंने इंग्लैंड के सैमुअल वॉकर को 11-7 11-9 9-11 11-6 12-10 से हराया।

आईए जाने भारत ने गोल्ड कोस्ट में किस स्पर्धा में कितने पदक जीते।

एथलेटिक्स (3 पदक)

एथलेटिक्स में भारत ने तीन पदक अपने नाम किए। नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत को गोल्ड दिलाया। इसके अलावा सीमा पुनिया ने वुमेन्स थ्रो में सिल्वर तो वहीं वुमेन्स डिस्कस थ्रो में नवजीत ढिल्लन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।

बैडमिंटन (6 पदक)


बैडमिनंट में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। मिक्स्ड टीम इवेंट में जहां भारत ने अपने खाते में गोल्ड डाला, वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन साइना नेहवाल ने वुमेन्स सिंगल्स का गोल्ड अपने नाम किया। मेन्स सिंगल्स में गोल्ड का मजबूत दावेदार माने जा रहे श्रीकांत हालांकि गोल्ड जीतने से चूक गए। श्रीकांत को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। साइना नेहवाल को वुमेन्स सिंगल्स में कड़ी टक्कर देने के बाद पीवी सिंधू सिल्वर मेडल अपने नाम करने में कामयाब रहीं। इसके अलावा मेन्स डबल्स में सात्विक रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी गोल्ड से चूक गए और उन्हें सिल्वर मेडल से ही सब्र करना पड़ा। वहीं, वुमेन्स डबल्स में रेड्डी एन। सिक्की और पोनप्पा अश्विनी ने बॉन्ज मेडल जीता।

बॉक्सिंग (9 पदक)

मुक्केबाजी में भारतीय मुक्केबाजों ने लाजवाब प्रदर्शन किया। मुक्केबाज गौरव सोलंकी (मेन्स 52 किग्रा), विकास कृष्ण (मेन्स 75 किग्रा) और एमसी मैरीकॉम ने (45-48 किग्रा) भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। वहीं, सतीश कुमार (मेन्स 91 किग्रा), अमित (मेन्स 46-49) और मनीष कौशिक ने सिल्वर जीता। इसके अलावा हुसामुद्दीन मोहम्मद (मेन्स 56 किग्रा), मनोज कुमार (मेन्स 69 किग्रा) और नमन तंवर (मेन्स 91 किग्रा) को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।

निशानेबाजी (16 पदक)

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय निशानेबाजों ने अपने बेहतरीन पदर्शन से सबको चकित कर दिया। निशानेबाजी में भारत ने सबसे ज्यादा 16 मेडल अपने नाम किए। जिसमें 7 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते। जीतू राय (मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल), अनीश (मेन्स 25 रैपिड फायर पिस्टल), संजीव राजपूत (मेन्स 50 मीटर राइफल 3 पॉजीशन्स), मनु भाकर (वुमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल), हीना सिद्धू (वुमेन्स 25 मीटर पिस्टल), तेजस्विनी सावंत (वुमेन्स 50 मीटर राइफल 3 पॉजीशन्स) और श्रेयसी सिंह ने (वुमेन्स डबल ट्रैप) में भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाले। वहीं, हीना सिद्धू (वुमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल), मेहुली घोष (वुमेन्स 10 मीटर एयर राइफल), अंजुम मुदगिल (वुमेन्स 50 मीटर राइफल 3 पॉजीशन्स) और तेजस्विनी सावंत ने (वुमेन्स 50 मीटर राइफल प्रोन) में सिल्वर जीता। इसके अलावा ओम मिथरावल (मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल), रवि कुमार (मेन्स 10 मीटर एयर राइफल), ओम मिथरावर (मेन्स 50 मीटर पिस्टल), अंकुर मित्तल (मेन्स डबल ट्रैप) और अपूर्वी चंदेला ने भारत के खाते में ब्रॉन्ज मेडल डाले।

स्क्वॉश (2 पदक)

स्क्वॉश में भारतीय खिलाड़ियों को कोई मेडल नहीं मिला और सिर्फ सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। भारत के लिए वुमेन्स डबल्स में दीपिका पल्लीकल-जोशना चिनप्पा की जोड़ी और मिक्स्ड डबल्स में दीपिका पल्लीकल और सौरव घोषाल ने सिल्वर मेडल जीते।

टेबल टेनिस (8 पदक)

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय टेबल टेनिस खिलड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। टेबल टेनिस में भारत के खाते में 8 मेडल आए। जिसमें 3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल हैं। भारत के लिए मनिका बत्रा (वुमेन्स सिंगल्स), मेन्स टीम और वुमेन्स टीम ने गोल्ड जीते। इसके अलावा अचंता शरथ कमल/जी साथियान (मेन्स डबल्स), मनिका बत्रा/ मौमा दास ने (वुमेन्स डबल्स) सिल्वर मेडल अपने नाम किए। वहीं हरमीत देसाई/ सनील शंकर शेट्टी (मेन्स डबल्स), अचंता शरथ कमल (मेन्स सिंगल्स) और जी साथियान/मनिका बत्रा (मिक्सड डबल्स) में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए।

वेटलिफ्टिंग (9 पदक)

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने अपने मेडल का खाता वेटलिफ्टिंग से ही खोला। वेटलिफ्टिंग में भारत के नाम 5 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज रहे। सतीश कुमार शिवालिंगम (मेन्स 77 किग्रा), वेनटक राहुल रगाला (मेन्स 85 किग्रा), मीराबाई चानू (वुमेन्स 48 किग्रा), संजीता चानू (वुमेन्स 53 किग्रा) और पूनम यादव गोल्ड जीते। वहीं, प्रदीप सिंह (मेन्स 105 किग्रा) और गुरु राजा (मेन्स 56 किग्रा) ने भारत के खाते में सिल्वर मेडल डाले। इसके अलावा दीपक लाथेर (मेन्स 69 किग्रा) और विकास ठाकुर ने (मेन्स 94 किग्रा) में ब्राॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।

कुश्ती (12 पदक)

निशानेबाजी के बाद सबसे ज्यादा पदक भारत ने कुश्ती में जीते। कुश्ती में शुरुआत से ही अपना दबदबा बरकरात रखते हुए पहलवानों ने भारत की झोली में 12 मेडल डाले। जिसमें 5 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। सुशील कुमार (मेन्स फ्रीस्टाइल 74 किग्रा), सुमित (मेन्स फ्रीस्टाइल 125 किग्रा), राहुल अवारे (मेन्स फ्रीस्टाइल 74 किग्रा), बजरंग (मेन्स फ्रीस्टाइल 65 किग्रा) और विनेश फोगाट (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 50 किग्रा) ने गोल्ड मेडल जीते। वहीं, मौसम खत्री (मेन्स फ्रीस्टाइल 97 किग्रा), बबीता कुमारी (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 53 किग्रा) और पूजा ढांढा (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 57 किग्रा) ने सिल्वर मेडल अपने नाम किए। इसके अलावा सोमवीर (मेन्स फ्रीस्टाइल 86 किग्रा), साक्षी मलिक (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 62 किग्रा), दिव्या काकरान (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 68 किग्रा) और किरण ने (वुमेन्स फ्रीस्टाइल 76 किग्रा) ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।