नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रहे लोगों को एक के बाद एक बड़ा झटका लग रहा है। पेट्रोल डीजल की कीमते बढ़ने के बाद अब CNG (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) के दाम बढ़ गए है। इस मूल्य वृद्धि का व्यापक असर आम जनता पर पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो अपने वाहनों में CNG का उपयोग करते हैं या जिनका व्यापार इससे जुड़ा है। दिल्ली-एनसीआर में सीएनजी की कीमतें बढ़ गई हैं। सीएनजी के दाम में एक रुपए प्रतिकिलो की बढ़ोतरी गई है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने सीएनजी के दाम बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
राहत की बात यह है कि करनाल और कैथल में सीएनजी की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आपको बता दें कि इससे पहले मार्च 2024 में सीएनजी के दाम में 2.50 रुपए की कटौती हुई थी।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बाद अब CNG की कीमतों में वृद्धि से आम लोगों की जेब पर और अधिक भार पड़ेगा। परिवहन लागत में वृद्धि होगी, जिससे विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
घरेलू गैस आपूर्ति में कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहरों में सीएनजी की कीमत में आज (22 जून) 1 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई। आईजीएल द्वारा अपनी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, सीएनजी की कीमत 74.09 रुपये से बढ़कर 75.09 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में यह दर 78.70 रुपये से बढ़कर 79.70 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। अन्य शहरी गैस आपूर्तिकर्ताओं ने अभी तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।
इस महीने की शुरुआत में, भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (आईबीए) ने पर्यावरणीय लाभों और इस क्षेत्र को बढ़ावा देने का हवाला देते हुए सरकार से तेल और गैस विपणन कंपनियों द्वारा बायोगैस की खरीद के लिए 90 रुपये प्रति किलोग्राम की निश्चित दर की मांग की थी।
आईबीए जल्द ही नवनियुक्त केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी के समक्ष इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बायोगैस की खरीद कीमत तय करने के सुझाव के साथ-साथ अन्य सिफारिशें रखेगा।
आईबीए के अध्यक्ष गौरव केडिया ने मीडिया को बताया कि संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) का खुदरा विक्रय मूल्य सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस) के अनुरूप है, लेकिन दुर्भाग्यवश खरीद मूल्य सीएनजी के खुदरा विक्रय मूल्य (आरएसपी) से जुड़ा हुआ है।
परिणामस्वरूप, उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में सीएनजी की कीमतें 75-80 रुपये प्रति किलोग्राम पर हैं, जिससे तेल और गैस विपणन कंपनियों द्वारा सीबीजी की खरीद कीमत 59 रुपये प्रति किलोग्राम (जीएसटी को छोड़कर) हो जाती है।
ऑटो रिक्शा, टैक्सी, और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों के किराए में वृद्धि हो सकती है।
लॉजिस्टिक्स
और डिलीवरी सेवाओं की लागत भी बढ़ेगी, जिससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें प्रभावित होंगी। व्यापारियों और छोटे उद्यमियों को भी इस मूल्य वृद्धि का सामना करना पड़ेगा। उनके उत्पादों और सेवाओं की लागत बढ़ेगी, जिससे उनका लाभ मार्जिन कम हो सकता है।